भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) WBBL 2023 में खेल रही हैं लेकिन उनकी नजर दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर खेले जाने वाले एकमात्र टेस्ट (IND-W vs AUS-W) मुकाबले पर है। उस मुकाबले में टीम की कप्तानी उनके ही हाथों में होगी और वह 2014 के बाद पहली बार भारत में कोई टेस्ट मुकाबला खेलेंगी। इस मुकाबले को लेकर उन्होंने उत्सुकता दिखाई, साथ ही नियमित रूप से टेस्ट क्रिकेट ना खेलने की वजह से अहम चुनौतियों का भी जिक्र किया।
ऑस्ट्रेलिया का भारत दौरा 21 दिसंबर से 9 जनवरी तक होगा। इस दौरान टीम को एक टेस्ट, 3 वनडे और इतने ही टी20 मुकाबले खेलने हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मुकाबला 21 दिसंबर से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होगा।
ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए, हरमनप्रीत कौर ने मुकाबले को लेकर उत्सुकता जताई। वहीं, उन संघर्षों का भी जिक्र किया, जिनका उनको और उनकी टीम को नियमित रूप से लाल गेंद की क्रिकेट ना खेलने के कारण सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा,
टेस्ट सीरीज ऐसी चीज है जिसका हम वास्तव में इंतजार कर रहे हैं क्योंकि मैं घरेलू दर्शकों के सामने नहीं खेली हूँ (2014 के बाद से), इसलिए मैं वास्तव में इसके लिए उत्साहित हूं। हमारे लिए चुनौती यह है कि हम लाल गेंद से नहीं खेले हैं। हम इतने वर्षों से सफेद गेंद से खेल रहे हैं, यहां तक कि घरेलू क्रिकेट में भी हम लाल गेंद से क्रिकेट नहीं खेलते हैं। इसलिए हमारे लिए चुनौती है कि हम इतने कम समय में खुद को तैयार करें।
गौरतलब हो कि भारत ने घरेलू सरजमीं पर आखिरी टेस्ट मुकाबला 2014 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था, जिसमें भारतीय टीम को एक पारी और 34 रन से जीत मिली थी। उस मुकाबले में हरमनप्रीत कौर को एक पारी ही खेलने का मौका मिला था, जिसमें उन्होंने 17 रन बनाये लेकिन गेंद के साथ दोनों परियों को मिलाकर कुल 9 विकेट चटकाए थे। इस दौरान पहली पारी पारी में पांच विकेट लिए थे।