भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर ने विश्वकप में अपनी बल्लेबाजी से सभी को अपना मुरीद बना लिया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ताबड़तोड़ शतक के बाद उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में भी शानदार अर्धशतकीय पारी खेलते हुए टीम को जीत के पास लेकर जाने में अहम् भूमिका निभाई। दुर्भाग्य से टीम को 9 रनों से शिकस्त जरुर मिली लेकिन यह प्रदर्शन लम्बे समय तक याद रखा जाएगा। इसी को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हरमनप्रीत को पंजाब पुलिस में डीएसपी पद की पेशकश की है। सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस 28 वर्षीय खिलाड़ी ने पंजाब को गौरवान्वित किया है। हरमनप्रीत के पिता ने बेटी को डीएसपी पद के लिए ऑफ़र देने पर सीएम का धन्यवाद ज्ञापित किया। फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ मैच के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी। गौरतलब है कि कैप्टन अमरिंदर 1963 से 66 तक भारतीय सेना में रह चुके हैं।
यह भी दिलचस्प है कि 2011 में टीम इंडिया का हिस्सा होने के बावजूद हरमनप्रीत कौर ने पंजाब पुलिस में नौकरी से मना किया था। उस समय उन्हें इतना बड़ा पद नहीं दिया जा रहा था। उनके पिता के अनुसार एक अधिकारी ने उन्हें यह कहा था कि वह कोई हरभजन सिंह नहीं हैं जो डीएसपी बनाया जा सके। देखने वाली बात यह होगी कि हरमनप्रीत इस पद को स्वीकार करती हैं अथवा नहीं क्योंकि फिलहाल वे इंडियन रेलवे में प्रमोशन के करीब हैं। भारत आने पर रेलवे द्वारा उनका सम्मान भी किया जाना है। इससे पहले भी पंजाब सीएम ने इस खिलाड़ी के लिए 5 लाख रूपये इनामी राशि देने की घोषणा की है। भारतीय महिला खिलाड़ियों के फाइनल तक के शानदार सफर के बाद बीसीसीआई ने टीम की प्रत्येक खिलाड़ी को 50 लाख रूपये देने की घोषणा की है। इसके अलावा सपोर्ट स्टाफ को भी 25 लाख रूपये दिए जाएंगे। टीम मंगलवार शाम तक पहुंच सकती है।