महिला विश्वकप में चोटिल होने के बावजूद, मैं टूर्नामेंट में खेलती रही: हरमनप्रीत कौर

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बल्लेबाज़ हरमनप्रीत कौर ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि महिला विश्वकप 2017 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए एक मुकाबले के दौरान वो चोटिल हो गईं थी। इसके बाद टीम की फिजियो ने उन्हें आराम करने की सलाह दी थी। मगर कौर ने खेलना जारी रखा और गेंदबाजी करते हुए दो विकेट भी चटकाए। कौर ने उस मैच में बल्लेबाजी नहीं की थी। साथ ही उन्होंने कहा कि चोटिल होने के बावजूद भी वो टूर्नामेंट के आखिर तक खेलती रहीं। हरमनप्रीत कौर के अनुसार, "मुझे वेस्टइंडीज के खिलाफ फील्डिंग करने के दौरान हाथ में चोट लगी थी। इसके बावजूद भी मेरी टीम की फिजियो ने मुझे खेलने का मौका दिया। मैंने वेस्टइंडीज के खिलाफ गेंदबाजी की और अपनी टीम को दो विकेट दिलाए। मगर मैं बल्लेबाजी नहीं कर सकी थी।" उन्होंने कहा, "मैं इसके लिए फिजियो का शुक्रिया अदा करती हूं। उन्होंने मेरा समर्थन किया और मुझे पूरे टूर्नामेंट में खेलने का मौका दिया। अगर ऐसा नहीं होता, तो मुझे वापस भारत लौटना पड़ सकता था।" इसके अलावा इंग्लैंड में इस महीने आयोजित होने वाले महिला सुपर लीग से हरमनप्रीत कौर चोटिल होने के कारण बाहर हो चुकी हैं। महिला सुपर लीग का आयोजन 10 अगस्त से 1 सितम्बर तक इंग्लैंड में किया जाएगा। कौर किसी भी विदेशी टी20 लीग में खेलने वाली पहली भारतीय क्रिकेटर हैं। उनको ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग की टीम सिडनी थंडर ने शामिल किया था। कौर इंग्लैंड में ईसीबी लीग में खेलने वाली पहली भारतीय भी हैं। उनका करार सरे स्टार्स टीम से हुआ है। उन्होंने भारत की ओर से एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे बड़ी पारी खेलने वाली सिर्फ दूसरी महिला खिलाड़ी हैं। उन्होंने महिला विश्वकप 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 171* रनों की पारी खेली थी। इतना ही नहीं मोगा प्रीमियर क्रिकेट एकाडेमी के मालिक कमलदिस सिंह ने उनका करियर बनाने में अहम भूमिका निभाई है।