टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपर का काम सबसे कठिन माना जाता रहा है। फील्डिंग के समय पूरे समय विकेट के पीछे और अगर बल्लेबाज़ी भी आती है तो ये काम और चुनौतीपूर्ण हो जाता है। क्रिकेट के इतिहास में एमएस धोनी और एडम गिलक्रिस्ट महान विकेटकीपर बल्लेबाजों में से एक हैं। इन दोनों महान खिलाड़ियों ने अपने देश के लिए क्रमश: 90 और 96 मैच खेले हैं। दोनों के कन्धों पर अपनी टीम की बड़ी जिम्मेवारी थी। जिसे दोनों ने बखूबी निभाया। धोनी और गिली ने अपने देश की काफी सेवा की है। ऐसा हम नहीं इनके आंकड़े बोलते हैं।
घर से बाहर बनाये गये रन
घर में क्रिकेट खेलना सबसे आसान होता है जहां अपने पहचान की विकेट और अपने लोगों के सामने खेलना होता है। तो वहीं विदेशों में विकेट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है। साथ ही हमें दर्शकों से भी उतना सपोर्ट नहीं मिलता है। एमएस धोनी और गिलक्रिस्ट ने अपने युग में अपनी टीम के लिए शानदार खेल दिखाया है। हालांकि धोनी के नाम गिली जितने शतक नहीं हैं, लेकिन टीम की जरूरतों के हिसाब से योगदान देते रहे हैं। उनका औसत पाकिस्तान, न्यूज़ीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ बेहतर रहा है। गिलक्रिस्ट के नाम 10 शतक दर्ज हैं। वह निचले क्रम में कई बार ऑस्ट्रेलिया के खेवनहार बने थे। भारत और यूएई के खिलाफ उनका औसत अच्छा नहीं रहा है, लेकिन बाकी टीमों के खिलाफ उनका औसत बेहतर रहा है।
धोनी | गिली | ||||||||||
देश | मैच | रन | उच्च | औसत | शतक | देश | मैच | रन | उच्च | औसत | शतक |
ऑस्ट्रेलिया | 9 | 311 | 57* | 19.43 | 0 | बांग्लादेश | 2 | 156 | 144 | 78.00 | 1 |
बांग्लादेश | 3 | 193 | 89 | 96.50 | 0 | इंग्लैंड | 10 | 521 | 152 | 40.07 | 1 |
इंग्लैंड | 12 | 778 | 92 | 37.04 | 0 | भारत | 7 | 342 | 122 | 28.50 | 2 |
न्यूज़ीलैंड | 4 | 272 | 68 | 54.40 | 0 | न्यूज़ीलैंड | 6 | 487 | 162 | 81.16 | 2 |
पाकिस्तान | 3 | 179 | 148 | 59.66 | 1 | दक्षिण अफ्रीका | 6 | 523 | 204* | 65.37 | 2 |
दक्षिण अफ्रीका | 7 | 370 | 90 | 28.46 | 0 | श्रीलंका | 4 | 272 | 144 | 45.33 | 1 |
श्रीलंका | 3 | 128 | 76 | 32।00 | 0 | वेस्टइंडीज | 4 | 282 | 101* | 70.50 | 1 |
वेस्टइंडीज | 7 | 265 | 74 | 22.08 | 0 | यूएई | 2 | 51 | 34 | 25.50 | 0 |
रन बनाना एक अलग बात है, लेकिन जब आप रन बनाये और टीम जीते तो बात विशेष हो जाती है। बात धोनी और गिली की करें तो इन दोनों ने निचले क्रम पर आकर टीम के लिए न सिर्फ रन बनाये हैं बल्कि टीम को विजेता भी बनाया है। धोनी का औसत कुछ खास नहीं रहा है। लेकिन जब उन्होंने रन बनाये हैं तो टीम को काफी फायदा हुआ है। धोनी के 6 शतक में 4 शतक खतरनाक गेंदबाज़ी आक्रमण वाली टीमों के खिलाफ रहे हैं। इंग्लैंड को छोड़कर धोनी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरा शतक बनाया था। जो एक विकेटकीपर बल्लेबाज़ की बड़ी उपलब्धि है। गिलक्रिस्ट ने भी 42 से ज्यादा के औसत से रन बनाया है। गिली ने तकरीबन हर टेस्ट खेलने वाले देश के खिलाफ शतक बनाया है। जिसकी बदौलत टीम को जीत भी मिली है।
धोनी | गिली | ||||||||||
बनाम | मैच | रन | उच्च | औसत | शतक | बनाम | मैच | रन | उच्च | औसत | शतक |
ऑस्ट्रेलिया | 9 | 700 | 224 | 58.23 | 1 | बांग्लादेश | 4 | 199 | 144 | 66.33 | 1 |
बांग्लादेश | 2 | 140 | 89 | 140 | 0 | इंग्लैंड | 14 | 749 | 152 | 49.33 | 2 |
इंग्लैंड | 5 | 99 | 53 | 16.50 | 0 | भारत | 9 | 558 | 122 | 42.92 | 2 |
न्यूज़ीलैंड | 4 | 328 | 98 | 82.00 | 0 | न्यूज़ीलैंड | 7 | 501 | 126 | 71.57 | 2 |
पाकिस्तान | 1 | 57 | 57 | 57 | 0 | पाकिस्तान | 9 | 616 | 149* | 68.44 | 2 |
दक्षिण अफ्रीका | 4 | 243 | 132* | 48.30 | 1 | दक्षिण अफ्रीका | 10 | 597 | 204* | 49.75 | 2 |
श्रीलंका | 5 | 238 | 100* | 47.60 | 1 | श्रीलंका | 6 | 348 | 144 | 49.71 | 1 |
वेस्ट इंडीज | 6 | 228 | 144 | 28.50 | 1 | वेस्टइंडीज | 11 | 536 | 101* | 53.60 | 1 |
ज़िमबाब्वे | 2 | 133 | 113* | 133 | 1 |
दोनों बल्लेबाज़ आक्रामक क्रिकेट खेलते थे। ऐसे में उनका आउट होना भी एक स्टाइल बन जाता था। ये खिलाड़ी बहुत कम बड़े शॉट खेलने के दौरान आउट हुए हैं। धोनी बल्ले को बॉटम हैण्ड से पकड़ते हैं, वह पूरे क्रीज़ सफल करते रहे हैं। जिससे उन्हें गैप तलाशने में भी मदद मिलती रहती है। 12 बार धोनी स्टम्प के सामने कैच आउट हुए हैं। ऐसा गेंदबाज़ के खिलाफ उनके एरियल रूट अजमाने की वजह से होता रहा है। गिली ने कभी अपने स्टांस में परिवर्तन नहीं किया। लेकिन गेंदबाज़ पर दबाव बनाने के लिए वह भी धोनी की तरह एरियल रूट खेलने के चक्कर में आउट हुए हैं। तेज विकेट पर बेहतरीन क्रिकेट खेलने वाले गिली कट और पुल बढ़िया खेलते थे। लेकिन ऑन द राइज खेलने के चक्कर में आउट हो जाया करते थे।
एमएस धोनी | एडम गिलक्रिस्ट | ||
कैच | 94 | कैच | 84 |
बोल्ड | 15 | बोल्ड | 16 |
LBW | 12 | LBW | 12 |
रन आउट | 4 | रन आउट | 1 |
स्टम्प | 3 | स्टम्प | 4 |
महान बल्लेबाज़ हर तरह के आक्रमण को बेहतरीन ढंग से खेलते हैं। इसमें क्रिकेटिंग बैकग्राउंड का होना न होना मायने नहीं रखता है। भारत में विकेट धीमा होता है, जो स्पिन गेंदबाजों को मदद देता है। इसके बावजूद भी धोनी कई बार स्पिन गेंदबाजों के सामने संघर्ष करते दिखे हैं। जबकि उन्होंने कई बार तेज गेंदबाज़ और सीम को मददगार विकेट पर भी रन बनाये हैं। वहीं गिली का रवैया स्पिन और तेज गेंदबाजों के खिलाफ एक जैसा रहता था। इसके अलावा उनके समय में शेन वार्न जैसे दिग्गज स्पिन गेंदबाज़ थे। जिससे उन्हें स्पिन के खिलाफ खेलने में मदद मिलती है।
महेंद्र सिंह धोनी | एडम गिलक्रिस्ट | ||
पेस | पेस | ||
आउट हुए | औसत | आउट हुए | औसत |
88 | 27.81 | 64 | 35.73 |
स्पिन | स्पिन | ||
34 | 37.47 | 49 | 34.53 |
धोनी और गिली का फिटनेस लेवल अच्छा रहा है। जिससे इन खिलाड़ियों ने अपनी जिम्मेदारी वहन की है। दोनों ने तकरीबन 90 से ज्यादा टेस्ट मैच खेले हैं। एमएस धोनी ने कभी भी कीपिंग करते तकनीकी दक्षता नहीं दिखाई लेकिन अपनी फुर्ती और तेजी से उन्होंने बेहतरीन विकेटकीपिंग की है। वह विकेट के पीछे कभी कमजोर नहीं नजर आये हैं। वहीं एडम गिलक्रिस्ट कमाल के एथलीट थे। जो उनकी कीपिंग में भी दिखता था। उन्हें क्लोज स्लिप की जरूरत नहीं पड़ती थी। विकेट के पीछे 416 शिकार उनके नाम दर्ज हैं। जो अबतक का दूसरा श्रेष्ठ है।
महेंद्र सिंह धोनी | एडम गिलक्रिस्ट | ||
कैच | स्टम्पिंग | कैच | स्टम्पिंग |
256 | 38 | 379 | 37 |