बॉल टेंपरिंग मामले में दोषी पाए गए दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी फाफ डू प्लेसी की अपील पर सुनवाई के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने तारीख जारी कर दी है। 19 दिसंबर को होने वाली इस सुनवाई के लिए माइकल बेलोफ को न्यायिक आयुक्त नियुक्त किया गया है। बेलोफ आईसीसी की आचार संहिता आयोग के मुखिया हैं। वे 2010 में पाकिस्तान के सलमान बट्ट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर के मैच फिक्सिंग मामले में भी स्वतंत्र जांच आयोग का हिस्सा थे। 22 नवंबर को आईसीसी के मैच रेफरी एंडी क्रॉफ्ट ने फाफ डू प्लेसी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होबार्ट टेस्ट मैच में गेंद से छेड़छाड़ के आरोप में दोषी मानते हुए 100 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगाया था। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने डू प्लेसी को एक वीडियो फूटेज के आधार पर आरोपित किया था जिसमें प्लेसी को गेंद पर मिंट का थूक लगाते हुए देखा गया था। इसे एक कृत्रिम पदार्थ माना गया और गेंद से किसी ऐसे पदार्थ से छेड़छाड़ करना नियमों के खिलाफ है। तीन दिनों के बाद फाफ डू प्लेसी ने फैसले के खिलाफ एक अपील दायर की, इसमें क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने भी उनका समर्थन करते हुए उम्मीद जताई कि गेंद को चमकाने के लिए थूक का प्रयोग करना कोई गलत नहीं है यह बात आईसीसी समझेगी। इसके जवाब में रिचर्डसन ने कहा था कि इसमें कोई अस्पष्टता नहीं है और मैं डू प्लेसी के अपील करने के निर्णय पर निराश हुआ हूं। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच पिछले महीने सम्पन्न हुई तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान होबार्ट में खेले गए दूसरे टेस्ट में यह घटना घटित हुई। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के कुछ पत्रकारों ने इस मामले पर डू प्लेसी ने बात करने की कोशिश की, तब उनके सुरक्षा गार्ड ने पत्रकारों से बदसलूकी भी की थी। दक्षिण अफ्रीका ने उस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 के अंतर से मात दी थी।