21वीं सदी के इस आधुनिक क्रिकेट दौर में बड़ी टीमों के लिए दिल टूटने वाले पल

# 7 श्रीलंका का टी-20 फाइनल 2012 में घर पर खेलते हुए जीतने में नाकाम रहना

श्रीलंका आईसीसी के टूर्नामेंटो में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीमों में से एक रही है। 2007 और 2011 के 50 ओवर प्रारूप के विश्व कप के फाइनल में और 2009 और 2010 के पूर्ववर्ती टी 20 के दो फाइनलों में भी शामिल होने के बावजूद, विश्व खिताब से श्रीलंका दूर रह गई। 2012 में श्रीलंका के लिए घर में खेलते हुए काफी संभावनाएँ जगी थीं और उनके दो महान खिलाड़ियों कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने के लिए एक बेहतरीन अवसर था कि वो घर की धरती पर अपना आखिरी बड़ा टूर्नामेंट जीत के साथ खत्म करें। श्रीलंका जीत की राह पर बढ़ते हुए दिख रहा था क्योंकि उन्होंने वेस्टइंडीज को पहले 6 ओवेरों में ही 14 पर 2 के स्कोर पर ला दिया था, जिसमें क्रिस गेल का एक विकेट भी शामिल था। हालांकि, मार्लन सैमुअल्स की संभल कर शुरूआत की गयी पारी जल्द ही एक आक्रामक अंदाज़ में बदल गयी और उन्होंने 78 रन की पारी खेली, जिससे उनकी टीम को कुल 6-138 का एक लड़ने लायक स्कोर मिला। उनकी पारी वेस्टइंडीज़ के लिए के लिये एक मैच जिताने वाली पारी साबित हुई, क्योंकि श्रीलंका के बल्लेबाजों ने गैरज़िम्मेदारी भरा प्रदर्शन किया और पूरी टीम केवल 101 के स्कोर पर निपट गयी है और घरेलू मैदान पर 36 रनों से एक दिल तोड़ने वाली हार के चलते, खिताब जीतने में नाकाम रही।