21वीं सदी के इस आधुनिक क्रिकेट दौर में बड़ी टीमों के लिए दिल टूटने वाले पल

# 6 न्यूज़ीलैंड का 2015 वर्ल्ड कप फ़ाइनल में मेलबर्न पर हारना

आईसीसी की प्रमुख प्रतियोगिताओं में ब्लैककैप्स हमेशा ‘छुपे रुस्तम ' रहे हैं, लेकिन 2015 के विश्वकप में वह टूर्नामेंट जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक थे। ब्रेंडन मैकुलम की कप्तानी और मार्टिन गप्टिल, केन विलियमसन, रॉस टेलर,टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट जैसे मैच विजेताओं से भरी टीम के साथ न्यूजीलैंड ने विश्व कप में प्रवेश किया था और उनका प्रदर्शन भी उसी के अनुरूप रहा। न्यूजीलैंड का एक सेट फॉर्मूला था जिसने विश्व कप में उन्हें सफलता दिलायी थी। मैकुलम की आक्रमक बल्लेबाज़ी से लेकर टेलर और विलियमसन के मध्यक्रम में लचीलापन टीम को मजबूती प्रदान करते थे। साथ ही गेंदबाजी में साउदी और बोल्ट की तेज़ गेंदबाजी जोड़ी के प्लान ने उन्हें लगातार पूरे विश्व कप में लाभ पहुँचाया जिससे उन्हें पहली बार फाइनल तक पहुंचने में क़ामयाबी हासिल हुई। लेकिन पहले विश्व कप में उनकी जीत का अच्छा मौका तब हाथ से फिसलने लगा जब मिचेल स्टार्क ने ब्रेंडन मैकुलम के स्टंप पर गेंद फेक उन्हें आउट करते हुए न्यूजीलैंड के लिए जीत के फार्मूले के प्रमुख किरदार को खत्म कर दिया। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज की क्रूर गेंदबाजी के सामने कीवी टीम 183 के स्कोर पर निपट गयी, और ऑस्ट्रेलिया ने पांचवें विश्व कप को सात विकेट से जीतकर अपने नाम किया।