# 5 विश्व कप 2015 में इंग्लैंड का बांग्लादेश के हाथों हारकर शुरआती चरण में बाहर हो जाना
इंग्लैंड को अपनी पुरानी शैली की क्रिकेट और सोच का सबसे बड़ा नुकसान तब हुआ जब 2015 विश्व कप में उन्हें झटका लगा। यह वो वक़्त था जब कप्तान एलेस्टेयर कुक से विश्वकप से पहले ही कप्तानी छीन ली गयी थी और इंग्लैंड एक औसत दर्जे की क्रिकेट खेल रही थी। लेकिन इसके बावजूद इंग्लैंड के एकदिवसीय क्रिकेट के बड़े से बड़े आलोचक को भी ऐसे परिणाम की उम्मीद नही थी कि टीम को ग्रुप स्टेज से ही हार कर लौटना होगा। यह एक एक सदमे की तरह था क्योंकि इंग्लैंड एक जोश से भरी अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना लगातार नाम बना रही बांग्लादेश के खिलाफ हार गया था और बाद में क्वार्टर फाइनल चरण में पहुँचने में नाकाम रहा था। हालांकि, आगे चलकर यह दर्दनाक क्षति इंग्लिश क्रिकेट के लिए एक बहुत आवश्यक उत्प्रेरक साबित हुई है। विश्व कप के बाद इंग्लैंड ने खेल का एक आक्रामक ब्रैंड अपना लिया है जिसके चलते अब उन्हें अक्सर 300+ का स्कोर बनाते देखा जाता है और 2019 में अपनी ही जमीन पर होने जा रहे अगले विश्व कप का एक प्रमुख दावेदार माना जा रहा है।