# 4 2007 में दक्षिण अफ्रीका का घर पर ही आईसीसी वर्ल्ड टी 20 से बाहर हो जाना
1999 में दक्षिण अफ्रीका के विश्व कप से बाहर निकलने और 2003 में घर पर एक बहुत विचित्र स्थिति में डकवर्थ लुईस स्कोर का अनुमान गलत लगाना उन्हें महंगा पड़ा और वह बाहर हो गये। लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने अपने क्रिकेट के इतिहास में एक और दर्दनाक किस्सा तब जोड़ा जब वे 2007 में उद्घाटन विश्व टी 20 के सेमीफाइनल में प्रवेश करने में नाकाम रहे थे, वो भी टूर्नामेंट में लगातार नियमित अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद। दक्षिण अफ्रीका भारत के खिलाफ सुपर 8 मैच में बिना कोई मैच हारे आया था और उनकी उम्मीद तब और बढ़ गयी थी कि जब भारत को 3-33 पर पहले पॉवरप्ले में रोक कर रखा। लेकिन आगे की पारी में रोहित शर्मा ने भारत के भविष्य की झलक दिखाते हुए, अपने लेट कट, ऑफ और बैकफुट पुल के साथ एक बेहतरीन पारी खेली। शर्मा ने नाबाद 50 रन बनाये, और इस दौरान एमएस धोनी (45) का उन्हें साथ मिला। दोनों ने 20 ओवर में भारत को 5 विकेट पर 153 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाया। यह लक्ष्य और समीकरण दक्षिण अफ्रीका के लिए आसान था, जहाँ उन्हें न्यूजीलैंड से बेहतर रनरेट के लिए 126 रनों की जरुरत थी, जिसके बाद वह भारत के साथ प्रतियोगिता के सेमी फाइनल में पहुच जाते। हालांकि, आरपी सिंह और श्रीसंत ने बेहतरीन तेज गेंदबाजी और स्विंग गेंदबाजी के दम पर अफ्रीका को 126 रनों से पहले ही रोक दिया। दक्षिण अफ्रीका की ओर से मार्क बाउचर (36) और एल्बी मोर्कल (36) के बीच 69 रन की साझेदारी के बावजूद स्कोर 9-116 ही बन सका और प्रोटियाज़ टूर्नामेंट से बाहर हो गया।