जिम्बाब्वे (Zimbabwe) के पूर्व कप्तान और (Heath Streak) कोच हीथ स्ट्रीक को आईसीसी ने एंटी करप्शन का दोषी पाए जाने के बाद आठ साल के लिए बैन किया है। स्ट्रीक ने अब इस मामले को लेकर माफ़ी मांगी है। स्ट्रीक ने अपनी क्रियाओं के लिए पूरी जिम्मेदारी ली है लेकिन मैच फिक्स करने की बातों को नकार दिया है। 47 वर्षीय ने स्ट्रीक ने 2016-2018 के बीच जिम्बाब्वे के कोच और विभिन्न फ्रेंचाइजी के कोच के रूप में उनकी भूमिका के लिए उन पर लगाए गए पांच आरोपों को स्वीकार कर लिया।
स्ट्रीक ने एक बयान में कहा कि मैं अपने परिवार, दोस्तों, क्रिकेट से प्यार करने वाले सार्वजनिक रूप से और जिम्बाब्वे के सभी साथी जिन्होंने मुझे इतने सालों तक प्यार और सपोर्ट दिया उन सभी से मांगी मांगता हूँ। मैं ऑन रिकॉर्ड यह कहना चाहता हूँ कि मैं किसी भी मैच फिक्सिंग कार्य में शामिल नहीं रहा। मैच के दौरान मैंने किसी भी विश्वसनीय खबर को लीक नहीं किया। मुझे आशा है कि जाने या अनजाने में मेरे गलत तरीकों को मानना भविष्य में एक उदाहरण सेट करेगा।
इस पूर्व दिग्गज ने यह भी कहा कि मुझे और अधिक सतर्क होना चाहिए था विशेष रूप से मेरी स्थिति और सभी जानकारी और राय और निजी जानकारी को लेकर मुझे सावधानी बरतनी चाहिए थी।
12 साल के करियर में 455 अंतरराष्ट्रीय विकेट हासिल करने वाले स्ट्रीक ने जिम्बाब्वे में टी20 लीग की स्थापना के संबंध में आईसीसी के फैसले के कुछ पहलुओं को स्वीकार किया। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह नहीं जानते था कि वह जिस व्यक्ति के साथ टच में थे वह ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़ा हुआ था।
स्ट्रीक भ्रष्टाचार रोधी जागरूकता के लिए तैयार हैं ताकि अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को इसके संभावित खतरे से बचाया जा सके। वे इसके नुकसान को देखते हुए प्रभावों को समझ सकें।