पूर्व भारतीय (India Women Cricket team) महिला क्रिकेटर हेमलता कला (Hemalata Kala) का मानना है कि शैफाली वर्मा (Shafali Verma) को ऑस्ट्रेलिया में अपना नैसर्गिक खेल खेलना चाहिए और उसमें वो सफल होंगी क्योंकि उनका तरीका अनोखा है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हैं, जहां वो तीन वनडे, एकमात्र डे/नाइट टेस्ट और तीन टी20 इंटरनेशनल मैच खेलेगी। इस सीरीज की शुरूआत मंगलवार को पहले वनडे के साथ होगी।
कला के मुताबिक शैफाली वर्मा को उनकी बल्लेबाजी में निडर सोच के कारण ऑस्ट्रेलियाई महिला गेंदबाज परेशान नहीं कर पाएंगी।
सोनी स्पोर्ट्स से बातचीत में कला ने कहा, 'शैफाली वर्मा के लिए कोई चुनौती नहीं होगी। जिस तरह का वो क्रिकेट खेलती है, वो अनोखा है। अगर गेंद उसके क्षेत्र में है, फिर चाहे वो 140, 110 या 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की क्यों न हो, वो जिस तरह उसे खेलती है, खेलकर ही रहेगी। मुझे नहीं लगता कि शैफाली को कोई परेशान कर पाएगा क्योंकि खेल के प्रति उसकी सोच अलग है।'
कला ने स्वीकार किया कि डे/नाइट टेस्ट में 17 साल की शैफाली वर्मा अहम भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कहा कि अन्य टीम वालों को भी अपनी भूमिका निभानी पड़ेगी।
कला ने कहा, 'जी हां, शैफाली वर्मा की डे/नाइट टेस्ट में अहम भूमिका रहेगी। मेरे ख्याल से वह पिंक बॉल में लाल गेंद की तुलना में ज्यादा सफल रहेगी क्योंकि उसका गेम पावर हिटिंग वाला है। मुझे विश्वास है कि शैफाली वर्मा मैच में सफलता का स्वाद चखेगी।'
कला ने आगे कहा, 'सिर्फ शैफाली वर्मा ही नहीं। टीम के सभी साथियों को अपनी भूमिका निभानी पड़ेगी। हर किसी के खेलने का तरीका अलग है और सबकी अपनी जिम्मेदारी है। हां शैफाली ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू में 96 और 63 रन की पारी खेली थी। उसे वैसे ही खेलना चाहिए जैसे वनडे और टी20 इंटरनेशनल मैचों में खेलती है। सही है कि वह पिंक बॉल टेस्ट में अहम खिलाड़ी होगी।'
भारतीय महिला क्रिकेट टीम 30 सितंबर से कैरारा ओवल में अपना पहला पिंक बॉल टेस्ट मैच खेलेगी।
हम शैफाली वर्मा के खेल से छेड़छाड़ नहीं करना चाहते: रमेश पोवार
भारतीय महिला टीम के हेड कोच रमेश पोवार ने कहा कि टीम प्रबंधन शैफाली वर्मा के खेल से छेड़छाड़ नहीं करना चाहता है। उन्होंने साथ ही कहा कि शैफाली ने जिस तरह टेस्ट डेब्यू किया, उससे सभी खुश हैं।
पोवर ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'जहां तक शैफाली की बात है, तो मेरे ख्याल से उसने जैसे टेस्ट मैच खेला, उससे हम सभी खुश है। 17 साल की उम्र में हमें उसे सांस लेने की जगह देनी होगी।, मैंने, मिताली और शिवसुंदर दास ने शैफाली से बातचीत की। उसे पता है कि उससे क्या उम्मीदें हैं। हम उसका खेल बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। हम उसे खुलकर खेलने की आजादी देना चाहते हैं।'
शैफाली वर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करते हुए 96 व 63 रन की पारी खेली थी।