राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे टेस्ट मैच में भारतीय टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव का मुश्किल समय चल रहा है। उनकी गेंदबाजी पर भारतीय टीम के फील्डरों ने पहले दिन चार कैच छोड़े। बाद में उमेश यादव खुद की गेंद पर इंग्लैंड के शतकवीर बल्लेबाज जो रूट का कैच लपककर आकर्षण का केंद्र बन गए। उन्होने रूट का कैच लेकर गेंद को खुद के ऊपर से उछालकर जश्न मनाने की कोशिश की, इसमें गेंद उनके हाथ से छूटकर दूर जमीन पर जाकर गिरी। तीसरे अंपायर रोड टकर के पास पहुंचे निर्णय पर अंपायर ने उक्त कैच को पूरी तरह नियंत्रण में पाया तथा रूट को आउट करार दिया। रूट के आउट वाले फैसले पर क्रिकेट जगत के पूर्व खिलाड़ियों और विशेषज्ञों के लिए यह एक विवादास्पद मुद्दा बन गया। इसमें वे अलग-अलग बंटे हुए नजर आए। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन इस कैच पर खुश नजर नहीं आए तथा उन्होने कहा “भारतीय टीम व उमेश यादव भाग्यशाली रहे कि उन्हें यह विकेट मिला।“ दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी हर्शल गिब्स ने उमेश यादव के कैच का समर्थन करते हुए कहा है कि गेंद उनके नियंत्रण में थी और यादव ने एक साफ कैच पकड़ा है। यह कैच गिब्स द्वारा 1999 में स्टीव वॉ के छोड़े गए महत्वपूर्ण कैच से तुलना दर्शाता है। गिब्स ने यादव के कैच का वीडियो देखने के बाद कहा कि 1999 का मेरा वो कैच यादव के कैच से अधिक तेजी से आया था। गिब्स ने आगे कहा “यादव ने इस कैच को पकड़कर हाथ में रख लिया था तथा बाद में हवा में उछालना चाहा था लेकिन मैंने अपने कैच को उछालने की जल्दी में छोड़ दिया था। मेरे कैच में बल्लेबाज को नॉट आउट दिया गया जबकि यादव के कैच में आउट दिया गया। अम्पायरों ने दोनों बार ही सही फैसले दिये।“ आपको बता दें कि राजकोट टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लैंड की पहली पारी के 80वें ओवर की चौथी गेंद पर बल्लेबाज जो रूट के शॉट को उमेश यादव ने अपनी ही गेंद पर उमेश यादव ने लपककर हवा में उछालना चाहा था। इस दौरान गेंद जमीन पर गिर गई, बाद में निर्णय तीसरे अंपायर तक गया था। यादव द्वारा पकड़े गए कैच को तीसरे अंपायर ने क्लीन चिट देते हुए रूट को आउट करार दिया।