जब से टी-20 क्रिकेट का वर्चस्व बड़ा है, तब से ही वर्ल्ड क्रिकेट में ज्यादा बाउंड्री लगनी शुरू हो गई हैं। काफी समय से क्रिकेट को बल्लेबाजों का खेल कहा जाता रहा है और अब उनका दबदबा और बड़ गया हैं। तेज़ हिटिंग को देखने के लिए ही क्राउड़ मैदान में आते हैं।
पिछले कुछ सालों में वनडे क्रिकेट और टी-20 क्रिकेट देखने ही फैंस मैदान में आते है। जहां एक तरफ टी-20 क्रिकेट बिल्कुल अलग है, तो दूसरी तरफ वनडे क्रिकेट दोनों टेस्ट और टी-20 के बीच का मिश्रण हैं।
वनडे क्रिकेट की सफलता का कारण बल्लेबाजों का प्रदर्शन रहा है। वनडे इकलौता ऐसा फॉर्मेट है, जिसमें एक बल्लेबाज़ गेंद को उसकी मेरिट पर खेल सकता है। जबकि टी-20 में एक बल्लेबाज़ को हर गेंद को मैदान के बाहर मारनी होती है, तो वही टेस्ट क्रिकेट में थोड़ा संभाल के और पेशन्स के साथ खेलना होता है।
आइये नज़र डालते है, सभी बल्लेबाज़ी क्रमों पर बने सर्वाधिक स्कोर :
1- रोहित शर्मा- 264* रन Vs श्रीलंका, कोलकाता नवंबर, 2014
29 वर्षीय रोहित के नाम वनडे में एक पारी में सबसे ज्यादा व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड है। उन्होंने यह रिकॉर्ड 2014 में श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के दौरान कोलकाता के ईडन गार्डन्स में हासिल किया।
रोहित ने अपना करियर एक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ के रूप में शुरू किया और 2008 में हुई सीबी सीरीज में उनका प्रदर्शन भी काफी अच्छा रहा और उसी सीरीज से उन्होंने अपना नाम भी बनाया। हालांकि मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ के रूप में ज्यादा समय तक अच्छा नहीं कर पाए और अंत में 2013 में उन्हें ओपनिंग की ज़िम्मेदारी दी गई, जिसको फायदा उन्होंने बखूबी उठाया और कई रिकॉर्ड अपने नाम किए।
रोहित की वर्ल्ड रिकॉर्ड पारी में 33 चौके और 9 छक्के शामिल थे, उन्होंने उस पारी में क्राउड़ को अच्छे से एंटरटेन किया। उन्हें उस पारी में श्रीलंकन फील्डर्स ने उनके कई कैच छोड़े, जिसका फायदा उन्होंने पूरी तरह से उठाया और यह अविश्वस्नीय पारी खेली।
2- मार्टिन गप्टिल- 237* रन Vs वेस्ट इंडीज, वेलिंग्टन- मार्च 2015
गप्टिल द्वारा बनाए गए ताबड़तोड़ 237 रन विश्व कप में किसी भी बल्लेबाज़ द्वारा बनाए गए सर्वाधिक स्कोर हैं। 2010 में जब सचिन तेंदुलकर ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहली बार दोहरा शतक लगाया था, उसके बाद से कई 4 बल्लेबाज दोहरा शतक लगा चुके हैं। गप्टिल ने यह उपलब्धि वेस्ट इंडीज के खिलाफ 2015 के विश्व कप के क्वार्टर फ़ाइनल में हासिल की।
हालांकि वो यह पारी नहीं खेल पाते, अगर मार्लोन सैमुएल्स पहले ओवर में उनका कैच ना टपकाते। गप्टिल ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और यह एक यादगार दोहरा शतक लगाया। उन्होंने उस पारी में 24 चौके और 11 छक्के लगाए।
गप्टिल को हमेशा ही उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी के लिए जाना जाता था और विश्व कप के क्वार्टर फ़ाइनल में भी उन्होंने यही किया और वेलिंग्टन के दर्शकों का पूरा मनोरंजन किया।
3- चार्ल्स कॉन्वेंटरी- 194* रन Vs बांग्लादेश, बुलावायो, अगस्त 2009
आज तक क्रिकेट में कई खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के सईद अनवर के 193 रनों के स्कोर को तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन कोई भी बल्लेबाज़ कामयाब नहीं हो पाया। हालांकि इस रिकॉर्ड को एक ऐसे खिलाड़ी ने तोड़ा जिससे की किसी को भी उम्मीद नहीं थी और वो थे ज़िम्बाब्वे के चार्ल्स कॉन्वेंटरी।
इस लिस्ट में शामिल दूसरी पारियों की तुलना में यह एक गंभीर पारी थी, उन्होंने इस पारी में 16 चौके और 7 छक्के लगाए। इस पारी की बदौलत ज़िम्बाब्वे टीम को थोड़ा खुश होने का मौका दिया।
कॉन्वेंटरी की यह पारी हैरान करने वाली थी और अचानक ही इस पारी की बदौलत उन्होंने सबका ध्यान ज़िम्बाब्वे टीम पर ला दिया और यह दिखाया कि उनकी टीम किसी से भी पीछे नहीं हैं,।
4- विवियन रिचर्ड्स- 189* Vs इंग्लैंड, मैंचेस्टर मई, 1984
एक शब्द जोकि सर विवियन रिचर्ड्स को समझने के लिए काफी होगा और वो है शानदार। उनमें प्रतिभा की कोई भी कमी नहीं थी, इसके अलावा वो एक निडर बल्लेबाज़ थे और 70 और 80 के दशक के खतरनाक तेज़ गेंदबाजों को वो ऐसे खेलते थे कि वो राज्य स्तर के गेंदबाज हो। निश्चित ही वो अपने समय के महान बल्लेबाजों में से एक हैं।
एंटीगा के रहने वाले रिचर्ड्स ने नंबर 4 पर खेलते हुए शानदार 189 रन बनाए वो भी सिर्फ 170 गेंदों में, उनकी पारी में 21 चौके और 5 छक्के शामिल थे। उस समय में जब ग्राउंड काफी लंबे होते थे और उन ग्राउंड में छक्के मारना कभी भी आसान नहीं होता था, फिर भी उनमें इतनी प्रतिभा थी कि वो यह आसानी से कर लेते थे।
उनकी यह पारी ऐसे समय में आई, जब बल्लेबाज़ हेल्मेट का इस्तेमाल भी ज़्यादातर बल्लेबाज़ नहीं करते थे। उन्होंने बल्लेबाज़ी का स्तर ही बदल दिया।
5- एबी डीविलियर्स- 162*Vs वेस्ट इंडीज, सिडनी फरवरी, 2015
एबी डीविलियर्स निश्चित ही मॉडर्न डे क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक हैं। वो हर कंडीशन में आकर रन बना सकते हैं और उनके पास हर एक शॉट खेलने की क्षमता हैं। वनडे क्रिकेट में सबसे तेज़ शतक और 150 रन बनाने का रिकॉर्ड हैं।
इस बार उनकी तूफानी पारी की चपेट में आई वेस्ट इंडीज टीम, जहां उन्होंने सिडनी में विश्व कप के ग्रुप स्टेज के मैच में 66 गेंदों में 162 रनों की पारी खेली, जिसमें 17 चौके और 8 छक्के शामिल थे। अंत में साउथ अफ्रीका ने आसानी से यह मुक़ाबला 257 रनों के अंतर से जीत लिया।
जब डीविलियर्स अपनी फॉर्म में होते है, तो उन्हें रोकना नामुमकिन सा हो जाता है, वो जिस प्रकार के शॉट खेलते हैं, उन्हें दर्शक दीर्घा से देखना ही सबसे सुखद होता हैं।
6- कपिल देव- 175* रन Vs ज़िम्बाब्वे, तंब्रिज वेल्स, 1983
1983 विश्व कप में कपिल देव द्वारा खेली गई वो पारी शायद ही कोई कभी भूल पाएगा, निश्चित ही विश्व कप में खेली गई वो सबसेव शानदार पारियों में से एक हैं वो। ज़िम्बाब्वे जैसी टीम के खिलाफ जहां एक आसान जीत की उम्मीद की जा रही थी, वह टीम इंडिया एक तरफ 17-5 विकेट गवाकर संघर्ष कर रही थी और हार उसके सामने नज़र आ रही थी। हालांकि उनकी पारी ने एक नया इतिहास रचा।
उन्होंने अपनी 175 रनों की पारी में 16 चौके और 6 छक्के लगाए और अंत में वो मुक़ाबला भी अपने नाम किया। आगे जाकर जब टीम इंडिया ने विश्व कप अपने नाम किया, तब उस जीत को सबसे महत्वपूर्ण बताया गया।
कपिल देव इंडिया के सबसे अच्छे और शानदार ऑल राउंडर रहे और फ़ाइनल में विव रिचर्ड्स का कैच, जोकि कपिल देव ने पकड़ा उसको भूल पाना भी नामुमकिन ही हैं।
7- ल्यूक रॉंकी- 170* Vs श्रीलाका, डुनेडिन, जनवरी 2015
ल्यूक रॉंकी को क्रिकेट में अपना नाम कमाने के लिए काफी इंतज़ार करना पड़ा। कई सालों तक ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने का इंतज़ार करने के बाद रॉंकी ने 2015 विश्व कप से पहले न्यूज़ीलैंड में जाकर शॉर्ट फॉर्मेट खेलने का फ़ैसला किया।
2015 का विश्व कप, न्यूज़ीलैंड के लिए सबसे शानदार रहा, वो इस टूर्नामेंट में फ़ाइनल तक पहुंचे, लेकिन फ़ाइनल में उन्हें ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
विश्व कप से न्यूज़ीलैंड और श्रीलंका के बीच न्यूज़ीलैंड में एक सीरीज हुई। उस सीरीज के एक मैच में टॉप ऑर्डर के जलद आउट होने के बाद ल्यूक रॉंकी ने ग्रांट एलियट के साथ मिलकर टीम को संभाला और 267 रनों की साझेदारी की। उस मैच में रौंकी ने 99 गेंदों में 170 रनों की पारी खेली, जिसमें 14 चौके और 9 छक्के शामिल थे।
8- क्रिस वोक्स- 95* रन Vs श्रीलंका, नोटिंघम, जून 2016
क्रिस वोक्स ने यह रिकॉर्ड श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में बनाया। 287 रनों का पीछा करने उतरी इंग्लैंड टीम एक समय 82 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे। तब वोक्स और बटलर ने साझेदारी करकर टीम को संभाला।
उन दोनों ने साथ में मिलकर 7वे विकेट के लिए 138 रन जोड़े, जोकि 7वें विकेट लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी थी। हालांकि बटलर गलत समय में आउट हो गए, लेकिन वोक्स का साथ देने आए लियाम प्लंकेट के साथ मिलकर मैच को टाई कराया।
वोक्स ने अपने पारी में सिर्फ 4 चौके लगाए, लेकिन उनका धैर्य ने टीम को मैच नहीं हारने दिया। अंतिम गेंद पर प्लंकेट ने छक्का मारा और मैच को टाई कराया।
9- आंद्रे रसेल- 92* Vs इंडिया, नॉर्थ साउंड, जून 2011
मॉडर्न डे क्रिकेट में आंद्रे रसेल सबसे खतरनाक ऑल राउंडर में से एक है, खासकर टी-20 फॉर्मेट में , जहां उनका कोई तोड़ नहीं है। हालांकि 2011 में वो टीम में वो नए-2 आए थे और अपनी जगह बनाने के लिए खेल रहे थे।
रसेल ने पहली बल्लेबाज़ी करने उतरी वेस्ट इंडीज टीम को अपनी ताबड़तोड़ पारी के दम पर लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया, लेकिन उस मैच को रोहित शर्मा की पारी के याद किया जाएगा। जहां उन्होंने अपने टैलंट का असल परिचय दिया।
रसेल जब बल्लेबाज़ी करने आए, तो टीम का स्कोर 96 -7 था, उसके बाद उन्होंने टीम को संभाला और 64 गेंदों में 92 रन बनाए, जिसमें 8 चौके और 5 छक्के शामिल थे।
10 - रवि रामपॉल- 86 * Vs इंडिया, विशाखापट्नम, दिसंबर 2011
इस लिस्ट में शामिल एक और वेस्ट इंडीज खिलाड़ी। रामपॉल को उनकी गेंदबाजी के लिए जाना जाता हैं, लेकिन 2011 में उन्होंने भारतीय टीम की लचर गेंदबाजी का पूरा फायदा उठाया और अपना सर्वाधिक स्कोर दर्ज किया।
सीरीज में एक बार टीम के बल्लेबाजों ने निराश किया, लेंडल सिमंस को छोड़कर, जिन्होंने 78 रनों की पारी खेली। रवि रामपॉल ने बल्ले के साथ अपने हाथ दिखाये और 66 गेंदों में नाबाद रहते हुए 86 रन बनाए, जिसमें 6 चौके और 6 छक्के शामिल थे।
उनकी उस पारी की बदौलत वेस्ट इंडिज ने भारत के सामने 269 रनों का लक्ष्य रखा, जिसे भारतीय टीम ने आसानी से विराट कोहली के शतक की मदद से हासिल कर लिया।
#11) मोहम्मद आमिर- 58 vs इंग्लैंड (नॉटिंघम)
मोहम्मद आमिर ने इंग्लैंड के खिलाफ 2016 में नॉटिंघम में खेले गए मुकाबले में 28 गेंदों में 58 रनों की तूफानी पारी खेली। इसमें 5 चौके और 4 छक्के शामिल थे। आमिर जब बल्लेबाजी आए, तो पाकिस्तान का स्कोर 199-9 था और उन्होंने आते ही आक्रमक खेल दिखाया। हालांकि वो पाकिस्तान को शर्मनाक हार से नहीं बचा पाए। पाकिस्तान को इस मैच में इंग्लैंड ने 169 रनों से हराया था।