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क्रिकेट खेलने वाले स्थापित देश अपने युवा खिलाड़ियों को काफ़ी कम उम्र में ही टेस्ट में डेब्यू करा देते हैं, क्योंकि छोटी उम्र से ही ये खिलाड़ी अपने देश की ए टीम से क्रिकेट खेलते हैं। हालाँकि अफ़ग़ानिस्तान के खिलाड़ी राशिद ख़ान और मुजीब-उर-रहमान में हुनर की कोई कमी नहीं हैं, लेकिन उनका तजुर्बा काफ़ी कम है। यही वजह है कि ये टीम भारत से बुरी तरह हारी थी। अगर अफ़ग़ानिस्तान की ए टीम विदेशी दौरे पर जाएगी तो युवा खिलाड़ियों को सीखने और अनुभव हासिल करने का काफ़ी मौका मिलेगा। भारत इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है। बीसीसीआई हमेशा अपनी ए टीम को विदेशी दौरे पर भेजती और खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर उनका चयन करती है। अगर अफ़ग़ानिस्तान भी इस बात से प्रेरणा ले पाए तो ये उसके लिए फ़ायदेमंद होगा।
Edited by Staff Editor