ENG v IND: वनडे सीरीज़ में जसप्रीत बुमराह का न रहना टीम इंडिया को कितना खलेगा ?

भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लिश दौरे से पहले आयरलैंड के ख़िलाफ़ 2-0 की धमाकेदार जीत दर्ज की और फिर इंग्लैंड को भी टी20 सीरीज़ में 2-1 से मात दे डाली। यानी कोहली एंड कंपनी ने इस लंबे दौरे पर अपने इरादे साफ़ कर दिए हैं, टीम इंडिया के लिए रोहित शर्मा और सुरेश रैना का फ़ॉर्म में लौटना भी सुखद रहा। हालांकि वनडे सीरीज़ से पहले भारतीय क्रिकेट टीम को एक बड़ा झटका लगा है, टीम इंडिया के सर्वश्रेष्ठ डेथ ओवर स्पेशलिस्ट जसप्रीत बुमराह हाथ में चोट की वजह से गुरुवार से शुरू हो रही 3 मैचों की वनडे सीरीज़ से बाहर हो गए हैं।

बुमराह का बाहर होना टीम इंडिया के लिए बड़ा झटका

भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल के दिनों में जिस तरह से सीमित ओवर मुक़ाबलों में शानदार प्रदर्शन किया है उसका श्रेय बहुत हद तक जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की जोड़ी को जाता है। इन दोनों की जोड़ी के सामने विपक्षी बल्लेबाज़ों को खुलकर खेलने के कम ही अवसर मिल पाते हैं, ख़ास तौर से डेथ ओवर्स में तो इनके ख़िलाफ़ बड़े शॉट लगाना बेहद मुश्किल है। और अब जब बुमराह इंग्लैंड की पाटा विकेटों पर नहीं खेल रहे होंगे तो भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए ये किसी सिरदर्द से कम नहीं होगा। बुमराह ने अपने छोटे से वनडे करियर में अब तक उस मुक़ाम को हासिल कर लिया है जहां पहुंचना किसी सपने से कम नहीं। 37 वनडे खेलने वाले जसप्रीत बुमराह मौजूदा आईसीसी वनडे रैंकिंग में नंबर-1 पर क़ाबिज़ हैं, और उसकी वजह है दाएं हाथ के इस तेज़ गेंदबाज़ का ये लाजवाब आंकड़ा। जसप्रीत बुमराह का वनडे करियर मैच – 37, विकेट – 64, औसत – 22.50, इकोनॉमी – 4.64, बेस्ट – 5/27

विदेशी सरज़मीं पर बुमराह हैं जीत की गारंटी

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए घर से बाहर जीतना पहले बेहद मुश्किल लगता था, हालांकि पहले सौरव गांगुली फिर महेंद्र सिंह धोनी और अब विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया के लिए ये बाएं हाथ का खेल हो गया है। इसकी वजह भारत के पास दमदार तेज़ गेंदबाज़ों का आगमन कहा जा सकता है। इसी कड़ी में अब भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह जैसे तेज़ गेंदबाज़ टीम इंडिया के साथ हैं। जसप्रीत बुमराह ने अपने करियर में खेले 37 वनडे में से 20 वनडे भारत के बाहर खेले हैं, जिनमें उनकी औसत और भी शानदार है। विदेशी सरज़मीं पर जसप्रीत बुमराह मैच – 20, विकेट – 38, औसत – 17.44, इकोनॉमी – 4.06, बेस्ट – 5/27 ये आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि बुमराह घर से बाहर कितने ख़तरनाक हैं, जहां उनका औसत 18 से भी कम हो जाता है और इकोनॉमी तो 4 के पास आ जाती है। लेकिन इससे टीम की जीत पर वह कितना असर डालते हैं, ये आंकड़ा जानकर आप हैरान रह जाएंगे और यही वजह है कि विदेशी सरज़मीं पर बुमराह को जीत की गारंटी माना जाता है। विदेशी सरज़मीं पर बुमराह के रहते हुए भारत की जीत मैच – 20, भारत जीता – 17, जीत का प्रतिशत – 85%, यानी बुमराह के प्लेइंग-XI में शामिल मात्र होने से ही टीम इंडिया के लिए जीत एक औपचारिकता जैसी दिखने लगती है। इन 17 मैचों में बुमराह का आंकड़ा और भी बेहतरीन है। विदेशी सरज़मीं पर टीम इंडिया की जीत में बुमराह का प्रदर्शन मैच – 17, विकेट – 37, औसत – 14.10, इकोनॉमी – 3.75, बेस्ट – 5/27

बुमराह की जगह कौन होगा डेथ ओवर्स का हथियार ?

ज़ाहिर है इन आंकड़ों को देखने के बाद जसप्रीत बुमराह का इस वनडे सीरीज़ में नहीं खेलना टीम इंडिया के लिए एक बड़ा झटका है। हालांकि उनकी जगह युवा शार्दुल ठाकुर को दल में शामिल किया गया है और टी20 में प्रभावशाली डेब्यू करने वाले सिद्धार्थ कौल भी मौजूद हैं। लेकिन नई गेंद और डेथ ओवर्स में भुवनेश्वर कुमार का शानदार साथ निभाने वाले जसप्रीत बुमराह की कमी कोहली को ज़रूर खलेगी। उम्मीद है कि अनुभवी लेकिन टीम इंडिया से लगातार अंदर बाहर होने वाले उमेश यादव इस मौक़े का फ़ायदा उठाते हुए ख़ुद को नई गेंद के साथ साथ एक बेहतर डेथ ओवर गेंदबाज़ के तौर पर भी स्थापित करें। टीम इंडिया के फ़ैंस की भी नज़र यही होगी कि जसप्रीत बुमराह के बग़ैर भारतीय टीम क्या रणनीति बनाती है और वह पिच पर कितनी कारगर साबित हो पाती है।