भारतीय टीम (Indian Cricket Team) को इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उनके अब वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने की राह काफी मुश्किल हो गई है। हालांकि अभी भी इंडियन टीम इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच सकती है।
भारतीय टीम को दो बड़े झटके पांचवें टेस्ट मैच के दौरान लगे। एक तरफ जहां उन्हें इंग्लिश टीम ने 7 विकेटों से बुरी तरह हराया तो वहीं स्लो ओवर रेट की वजह से टीम इंडिया के दो प्वॉइंट भी काट लिए गए। भारतीय टीम तय समय से दो ओवर पीछे थी और इसी वजह से सजा के तौर पर उन्हें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में दो अंक गंवाने पड़े और खिलाड़ियों पर भी मैच फीस का 40 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।
अंकों की कटौती के बाद भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के मौजूदा संस्करण में पाकिस्तान से नीचे चौथे स्थान पर पहुंच गई है। पाकिस्तान की टीम के 44 अंक है और उनका जीतने का प्रतिशत 52.38 है, जबकि भारतीय टीम के 75 अंक हैं लेकिन जीत का प्रतिशत 52.08 है।
भारतीय टीम के WTC फाइनल में पहुंचने का पूरा गणित
हालांकि अभी भी भारतीय टीम के पास वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का मौका है। इसके लिए उन्हें दूसरी टीमों के हार-जीत पर डिपेंड रहना होगा। हम आपको बताते हैं कि इंडियन टीम कैसे फाइनल तक पहुंच सकती है।
1.ऑस्ट्रेलिया को लगातार मैचों में हार मिले
ऑस्ट्रेलिया के अभी 10 मुकाबले बचे हैं, जिनमें से उन्हें 4 मैच भारत में जाकर खेलने हैं। अगर कंगारू टीम भारत के खिलाफ 4-0 से भी हार जाती है तब भी वो अपने बचे हुए 6 मैच जीतकर फाइनल में पहुंच सकते हैं। इसलिए उन्हें 6 में से कम से कम 4 मुकाबले हारने होंगे और एक मैच ड्रॉ करना होगा।
2.साउथ अफ्रीका की टीम लगातार 3 मैच हारे या फिर पांच ड्रॉ खेले
साउथ अफ्रीका के अभी 8 मैच बचे हुए हैं। इनमें से अगर वो 5 मैच जीत लेते हैं और 3 में हार जाते हैं तो फिर भारतीय टीम से नीचे चले जाएंगे। हालांकि अगर वो 6 मैच जीत लेते हैं, या फिर 4 मैच जीतते हैं और 4 ड्रॉ कराते हैं तो फिर उनके पर्सेंटेज इंडिया से ज्यादा हो जाएंगे। इसलिए उनका 3 मैच हारना जरूरी है।
3.पाकिस्तान को ज्यादा मैचों में ना मिले जीत
पाकिस्तान के अभी 7 मुकाबले बचे हैं। अगर वे इनमें से 6 मैच जीत लेते हैं तो फिर उनके 68 प्रतिशत से ज्यादा प्वॉइंट हो जाएंगे। हालांकि अगर वो 5 मैच जीतते हैं और अगले 2 मुकाबलों में एक में हारते हैं और एक ड्रॉ खेलते हैं तो फिर उनके 68 प्रतिशत प्वॉइंट से कम रहेंगे और भारत को फायदा होगा।