इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने बताया है कि वो और जेम्स एंडरसन किस तरह से सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को आउट करने की प्लानिंग करते थे। पनेसर ने ये भी बताया कि सचिन को आउट करने का सबसे सही समय कौन सा होता था।
सचिन तेंदुलकर ने दुनिया भर के दिग्गज गेंदबाजों के खिलाफ काफी रन बनाए लेकिन एंडरसन और पनेसर के खिलाफ उनका प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा। एंडरसन ने सचिन को टेस्ट मैचों में 11 बार आउट किया, वहीं मोंटी पनेसर ने 11 टेस्ट मैचों में चार बार सचिन को पवेलियन भेजा।
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मोंटी पनेसर ने कहा कि सचिन तेंदुलकर को आउट करना आसान नहीं रहता था। हालांकि इंग्लैंड ने सचिन की एक कमजोरी भांप ली थी और वो उसी उक्त उन्हें आउट करने की कोशिश करते थे। उन्होंने कहा,
जब भी इंटरवल होता था तो पहले पांच मिनट या फिर इंटरवल के बाद ऐसा लगता था कि सचिन पाजी जल्दबाजी कर रहे हैं। हमें लगा कि सचिन को आउट करने का सबसे सही समय वही था। लंच या टी के बाद पहले पांच मिनट काफी अहम होते थे। जैसे किसी कार को वॉर्म-अप होने में 5-7 मिनट लगते हैं और एक बार इंजन गर्म हो गया तो फिर उसे कोई नहीं रोक सकता। अगर आप उस वक्त सचिन को आउट नहीं कर पाते तो फिर इंटरवल तक इंतजार करना पड़ता था।
मोंटी पनेसर ने पहला विकेट सचिन तेंदुलकर के रूप में लिया था
मोंटी पनेसर का पहला टेस्ट विकेट सचिन तेंदुलकर ही थे। 2006 में जब इंग्लैंड टीम भारत दौरे पर आई थी तब उन्होंने तेंदुलकर के रूप में अपना पहला टेस्ट विकेट लिया था। नागपुर टेस्ट मैच के तीसरे दिन उन्होंने तेंदुलकर को पगबाधा आउट किया था। इसके बाद तीन और बार उन्होंने सचिन तेंदुलकर को आउट किया था।
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