मुझे याद है, तब बहुत ही छोटा बच्चा था, मेरी यादों में आज भी वह घटना जस की तस बनी हुई है। मैं उन बच्चों में से था, जिन्हें स्कूल में त्रस्त किया जाता था। ये स्थानीय अरब का बच्चा लगातार परेशान इसलिए किया जाता था क्योंकि उसकी ऊंचाई बेहद कम थी। एक बच्चे के दिमाग की तुलना सिग्नल पास से नहीं होता है। ऐसा दिमाग किसी व्यस्क दिमाग का ही होता है। इस तरह अरब का बच्चा जब एक अच्छी पर्सनालिटी हो जाता है। तो वह खुद ब खुद डेविल हो जाता है। 20 साल बाद मैं अपनी हंसी नहीं रोक पा रहा हूँ। मेरे विचार में इन दिनों बहुत बड़ा बदलाव आया है। आज मैं पूरे गर्व से कह सकता हूँ कि अरब के कई लोगों को मैं जनता हूँ। साल 2015 बांग्लादेश क्रिकेट के लिए बेहतरीन साल था। उन्होंने भारत, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका को सीरीज में हराया था। उन्हें जबकि क्रिकेट का मेमना कहा जाता था। इस बेहतरीन समय के अभियान में उन्हें एक 20 साल का बाएं हाथ का तेज गेंदबाज़ मिला। एक साल बहुत ही कम लोग उसके नाम तक को जानते होंगे। लेकिन आईपीएल की सफलता के बाद पूरी दुनिया को उसके बारे में पता चल गया है। जहाँ उसे टूर्नामेंट का उभरता हुआ सितारा अवार्ड से नवाजा गया है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के और आईपीएल तक उसके लिए काफी घटनाक्रम से भरा रहा। लोग उसे क्रिकेट में खराब व्यवहार के जानते थे। उपमहाद्वीप के फैन्स जो क्रिकेट से काफी भावनात्मक रूप से जुड़े हैं। शायदा भारत और बांग्लादेश के फैन एक दुसरे को काफी घृणा भाव से देखते हैं। पूर्व में भी ये लोग एक दुसरे के कट्टर विरोधी थे। कुछ फैन ऐसे भी हैं जो बड़े ही असहिष्णु हैं। बांग्लादेश का ये नया सितारा फैन्स के लिए किसी आनन्द से कम नहीं है। हालाँकि कई बंगलादेशी फैन्स लाइन क्रॉस कर जाते हैं। वह भावनाओं में बहकर कुछ कर जाते हैं, उन्हें एक अच्छे बंटर के बारे में पता ही नहीं है, ऐसा कई भारतीय फैन्स भी कर जाते हैं। जिस तरह से अभी हाल ही में बांग्लादेश में हुए एशिया कप में फोटोशाप की मदद से फर्जी तस्वीर से बंगलादेशी फैन्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। उससे बांग्लादेश की फजीहत हो गयी थी। इस वजह से लोग बांग्लादेश को पसंद नहीं करने लगे। इस तस्वीर से उन लोगों को काफी धक्का पहुंचा था, जो बांग्लादेश की टीम का सपोर्ट तटस्थ स्थान से किया करते थे। इससे पता चलता है कि बंगलादेशी फैन्स अन्य टीमों के बारे में क्या सोचते हैं। आदमी उनकी इस हरकत से वास्तव में आहत हो जाएगा। लोगों ने बंगलादेशी फैन्स का कड़ा विरोध जताया था। हालाँकि इस समय अगर कोई बांग्लादेश के क्रिकेट पर बात करता है तो चर्चा का विषय मुस्ताफिजुर रहमान होते हैं। वह बांग्लादेश के पर्याय बन गये हैं। आईपीएल के शुरू होने से पहले इस युवा सितारे ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया था। हालाँकि उसने अभी तक अपने सारे मैच अपने घर में खेले थे। ऐसे में लोग कयास लगा रहे थे कि भारतीय विकेट पर वह सफल नहीं होंगे। हालाँकि उसने आईपीएल के 16 मैचों में 17 विकेट लिए जहाँ उसका इकॉनमी रेट 7 था। इसके आलावा वह डेथ ओवर में गेंदबाज़ी करते हुए हैदराबाद को कई मैचों में जीत दिलाई। उनके आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन के चलते भारतीय भी उनके मुरीद हो गये। साथ ही यदि वह अच्छे फॉर्म में नहीं होते थे तो भारतीय लोग उन्हें अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करते थे। एक छूता कैच एक अच्छा प्रयास माना जाता है, लेकिन खराब गेंद एक बुरे नतीजे का आमंत्रण होती है। फैन्स और आलोचक दोनों ने उनकी खूब तारीफ की। जब वह गेंदबाज़ी करते थे तो कमेंटेटर उनकी तारीफ में कसीदे पढ़ते थे। इस तरह से इस घटनात्मक बदलाव ने भारत और बांग्लादेश के फैन्स के मनमुटाव को काफी कम किया है। जैसे मेरा विचार अरब के छोटे बच्चे के लिये थे। भारतीय फैन्स किसी भारतीय गेंदबाज़ को छोड़कर इस बंगलादेशी गेंदबाज़ के ज्यादा फैन हो गये। ये सब संभव हुआ मुस्ताफिजुर रहमान की वजह से जो अपने कंधे पर दुनिया भर के फैन्स का सपना लेकर चलने में मजबूती से चलना होगा।