हाल ही में बने नए नियम
एमसीसी की सिफारिशों का पालन करते हुए आईसीसी कार्यकारी समिति ने कुछ नए नियमों को पारित किया है जो 1 अक्टूबर से प्रभावी होंगे। अब अंपायर के कॉल के कारण एलबीडब्ल्यू के फैसले पर कोई रिव्यू खत्म नहीं होगा। इसके अलावा बल्लेबाज अगर रन लेते हुए एक बार क्रीज में पहुंच चुका है तो दोबारा उसका बल्ला भले ही हवा में रहे उसे आउट नहीं माना जाएगा। एमसीसी के एक बयान में कहा गया है, "यदि बल्ला (हाथ से पकड़े हुए) या बल्लेबाज के शरीर का कोई दूसरा हिस्सा पॉपिंग क्रीज से परे है और जमीन से संपर्क अचानक खो जाता है और तभी विकेट गिरा दी जाती है, तो बल्लेबाज़ रन आउट होने से बच जायेगा।" इसके अलावा मैदान पर खराब व्यवहार अब अंपायरों द्वारा दंडित किया जा सकता है जो खिलाड़ियों को अत्यधिक अपील, असहमति दिखाने, या धमकियों और शारीरिक हिंसा करने के मामले में चेतावनी दे सकता है। अंपायर अब खिलाड़ियों को चेतावनी दे सकते हैं और उन्हें अस्थायी या स्थायी रूप से वापस भेज सकते हैं। एमसीसी के क्रिकेट हेड जॉन स्टीफेन्सन ने कहा, "हमने महसूस किया कि खिलाड़ियों के खराब व्यवहार के लिए प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए। "उम्मीद है कि इन प्रतिबंधों से अनुशासनात्मक मुद्दों को कुशलतापूर्वक संभालने के लिए और अधिक आत्मविश्वास मिलेगा, खिलाड़ियों को डराकर रोका जा सकेगा।" लेखक- दिप्तेश सेन अनुवादक- सौम्या तिवारी