दिल्ली (Delhi Cricket team) के ऋतिक शोकीन (Hrithik Shokeen) मंगलवार को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) में पहले इंपैक्ट खिलाड़ी बने। ऑफ स्पिनर शोकीन का उपयोग मैच की दूसरी पारी में किया गया जब दिल्ली की टीम ग्रुप बी के मैच में मणिपुर (Manipur Cricket team) के खिलाफ 167 रन के लक्ष्य की रक्षा कर रही थी।
शोकीन ने हितेन दलाल की जगह ली थी, जिन्होंने पहले बल्लेबाजी करते समय 27 गेंदों में 47 रन की पारी खेली थी। शोकीन ने गेंद से अपना प्रभाव छोड़ा और तीन ओवरों में 13 रन देकर दो विकेट लिए। इस प्रदर्शन की मदद से दिल्ली ने मणिपुर को 71 रन से हराया और टी20 प्रतियोगिता में अपने अभियान की विजयी शुरूआत की।
इसके अलावा अन्य टीमों ने भी पहले दिन इंपैक्ट प्लेयर के नाम पर स्थानापन्न खिलाड़ियों को शामिल किया। तमिलनाडु ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ तेज गेंदबाज टी नटराजन की जगह ओपनर हरि निशांत को शामिल किया। कर्नाटक ने महाराष्ट्र के खिलाफ ओपनर देवदत्त पडीक्कल की जगह लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल को शामिल किया।
तमिलनाडु को 133 रन के लक्ष्य का पीछा करना था और ऐसे में निशांत के रूप में उन्हें अतिरिक्त बल्लेबाजी विकल्प मिला। निशांत ने पारी की शुरूआत की और 36 गेंदों में 33 रन बनाए। हालांकि, तमिलनाडु को 6 रन की शिकस्त सहनी पड़ी।
मोहाली में कर्नाटक ने 215 रन के लक्ष्य की रक्षा करने के लिए श्रेयस गोपाल का सहारा लिया। उन्हें देवदत्त पडीक्कल से बदला गया, जिन्होंने सीजन का पहला शतक जमाते हुए 124 रन बनाए। गोपाल ने तीन ओवर में 15 रन देकर एक विकेट लिया और कर्नाटक ने मैच 99 रन से जीता।
बीसीसीआई ने सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी में बतौर ट्रायल इंपैक्ट प्लेयर का कॉन्सेप्ट आजमाया है और खिलाड़ियों व कोचों से इसकी प्रतिक्रिया मांगी है। अगर इसका सकारात्मक पक्ष मिला तो यह नियम आईपीएल 2023 में लागू हो सकता है।
नियम पर ध्यान दें तो टीमों को टॉस के समय अपनी प्लेइंग 11 के साथ चार स्थानापन्न खिलाड़ियों की लिस्ट देनी है। इनमें चार में से एक खिलाड़ी किसी पारी के 14वें ओवर तक प्लेइंग 11 में किसी सदस्य की जगह ले सकता है। वो बल्लेबाजी और गेंदबाजी कर सकता है।
आने वाले इंपैक्ट खिलाड़ी की भूमिका पर कोई पाबंदी नहीं है। इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है कि कोई बल्लेबाज आउट हुआ, तो उसके बाद रिप्लेस करने वाला खिलाड़ी भी बल्लेबाजी कर सकता है क्योंकि एक टीम 11 बल्लेबाजों का उपयोग कर सकती है। या फिर कोई गेंदबाज कुछ ओवर डाल चुका है तो उसके बाद रिप्लेस करने वाला खिलाड़ी अपने कोटे के चार ओवर डाल सकता है।
सिर्फ एक स्थिति में टीमें इंपैक्ट खिलाड़ी का उपयोग नहीं कर सकती हैं और वो है कि मैच शुरू होने से पहले ही घटकर ओवरों की संख्या 10 ओवर प्रति पारी या कम हो। हालांकि, अगर मैच 20 ओवर का है और एक टीम 10 ओवर खेल चुकी हो और फिर किसी कारण ओवरों में कटौती होती है तो तब भी दोनों टीमें इंपैक्ट खिलाड़ी का उपयोग कर सकती हैं।