जोश हेज़लवुड और मिचेल स्टार्क
ऑस्ट्रेलिया के स्टार गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क और जोश हेज़लवुड लगातार चोटिल होने की वजह से अपनी टीम के लिए पिछले 12 महीनों में बहुत कम वनडे खेल पाए हैं। इसके बावजूद इस बात में कोई शक नहीं हैं कि यह जोड़ी अगले साल इंग्लैंड में होने वाले विश्वकप में बहुत घातक सिद्ध हो सकती बै। ये दोनों गेंदबाज़ इस समय ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन गेंदबाज़ों में से एक हैं। हेजलवुड अपनी लाइन और लेंथ पर नियंत्रण रखते हुए आमतौर पर 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सटीक गेंदबाज़ी करते हैं और लगातार गुड लेंथ पर गेंदबाज़ी करने की क्षमता उन्हें विश्व के सबसे खतरनाक गेंदबाज़ों में शुमार कराती है, खासकर वनडे प्रारूप में उनकी महत्वता और बढ़ जाती है। आंकड़ों की बात करें तो हेजलवुड ने 41 एकदिवसीय मैचों में 24.28 की औसत से 69 विकेट लिए हैं। वहीं मिचेल स्टार्क पूरी तरह से अलग गेंदबाज है। स्टार्क अपनी गति और स्विंग के साथ ही यॉर्कर्स करने की क्षमता रखते हैं। 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने में सक्षम, स्टार्क ने अभी तक खेले अपने 72 वनडे मैचों में 141 विकेट लिए हैं। यदि ऑस्ट्रेलिया अपने बुरे दौर से निकलना चाहता है तो इन दोनों गेंदबाज़ का फिट होना बहुत ज़रूरी होगा। इसके अलावा इंग्लैंड में अगले साल होने वाले विश्व कप को देखते हुए स्टार्क और हेजलवुड का टीम में वापसी करना बहुत महत्वपूर्ण होगा। लेखक: निक क्वाण्ट अनुवादक: आशीष कुमार