बांग्लादेश के 10 सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर

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बांग्लादेश क्रिकेट वर्तमान में अपने शिखर पर है और सभी तीन प्रारूपों में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है। उपमहाद्वीप का ये देश अपने घर पर काफी बेहतरीन क्रिकेट खेल खेलता है और आईसीसी के इवेंट्स में भी काफी प्रभावशाली प्रदर्शन कर रहा है। बांग्लादेशी क्रिकेटरों में पिछले कुछ सालों में जबरदस्त सुधार हुआ है । इसके अलावा जितने भी खिलाड़ी हैं सब काफी बेहतरीन क्रिकेटर हैं और दुनिया की बड़ी से बड़ी टीम को हराने का माद्दा रखते हैं। हालांकि अतीत में भी कुछ क्रिकेटर प्रभावी थे, लेकिन, टीम की कमियां पूरी तरह से उनकी व्यक्तिगत प्रतिभा को ढंके हुए थीं। आइए जानते हैं बांग्लादेश क्रिकेट इतिहास के 10 सबसे क्रिकेटरों के बारे में # 10 खालिद मसूद 2000 के दशक के पहले कुछ सालों के दौरान खालिद मसूद बांग्लादेश के सर्वश्रेष्ठ विकेट-कीपर बल्लेबाजों में से एक थे। स्टंप के पीछे एक विश्वसनीय खिलाड़ी और सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के साथ और भी विश्वसनीय खिलाड़ी मसूद अपने जमाने के सबसे अनुशासित क्रिकेटरों में से एक थे। दक्षिण अफ्रीका में बांग्लादेश के पहले टेस्ट के दौरान मसूद ने 33 रन बनाने के लिए तीन घंटे तक संघर्ष किया। वो एक ऐसी पारी थी जिसमें उन्होंने अपनी कौशल और निर्धारित अनुशासन का प्रदर्शन किया। 2004 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में उन्होंने एकमात्र शतक लगाया था। तब उन्होंने छह घंटे से अधिक समय तक बल्लेबाजी की थी और नाबाद 103 रन बनाये थे। उन्होंने अपनी उस पारी से बांग्लादेश को एक हार से बचाया था। बेशक उनकी सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय पारी 2005 में आई जब एक खतरनाक ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण के खिलाफ उन्होंने 71* रन बनाये। उस समय ऑस्ट्रेलिया की तरफ से ब्रेट ली, जेसन गिलेस्पी और माइकल कास्प्रोविच गेंदबाजी कर रहे थे। हालांकि उनकी कम स्ट्राइकरेट ने उनके करियर के दौरान उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया। एक दशक तक चले कैरियर में मसूद ने 44 टेस्ट मैचों और 126 एकदिवसीय मैचों में भाग लिया और 3000 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन बनाए। हालांकि उनका बड़ा योगदान बिना अपना धैर्य खोये निचले क्रम के साथ बल्लेबाजी करने की उनकी क्षमता में निहित है। # 9। महमुदुल्लाह b46f2-1505476248-800 सफलता और असफलता की वजह से महमदुल्लाह लगातार राष्ट्रीय टीम से अंदर-बाहर होते रहे। जब ये खिलाड़ी अपनी लय में होता है तो काफी अच्छी बल्लेबाजी करता है और गेंदबाजी में उसके ऑफ स्पिन को संभालना बल्लेबाजों के लिए बेहद मुश्किल होता है। हालांकि जितना प्रतिभाशाली महमदुल्लाह हैं उतना वो मैदान पर प्रदर्शन कर नहीं पाए। विफलताओं के बावजूद, वह बांग्लादेश के लिए एक प्रभावी उपयोगिता वाले क्रिकेटर हैं जो अपने स्मार्ट और आक्रमक खेल से मैच का पासा पलट सकता है। 2009 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी पहले टेस्ट में आठ विकेट लेकर उन्होंने अपनी प्रतिभा की झलक दिखायी। 2012 में वेस्टइंडीज के खिलाफ बांग्लादेश की पहली एकदिवसीय श्रृंखला में वो जीत के प्रमुख हीरो थे। 2015 वर्ल्डकप में इंग्लैंड के खिलाफ उनके शतक ने बांग्लादेश को एक यादगार जीत दिलाई। सभी प्रारूपों में 131 अंतरराष्ट्रीय विकेट का आकड़ा और पांच हजार से अधिक रन उन्हें उपमहाद्वीप के बेहतरीन आलराउंडरों में से एक बना देते हैं। # 8 मोहम्मद अशरफुल 214d2-1505806883-800 साल 2007 में ढाका की एक शांत दोपहर में खिलाड़ी, दर्शक, अधिकारी और मीडिया बांग्लादेश की हार की औपचारिकता का इंतजार कर रहे थे। बांग्लादेश की हार सुनिश्चित लग रही थी। भारतीय टीम से 400 से ज्यादा रनों से पीछे होने के बाद 10 रन पर ही बांग्लादेश के 3 विकेट गिर चुके थे। इसके बाद कप्तान मोहम्मद अशरफुल क्रीज़ पर आये। खोने के लिए कुछ नहीं होने के साथ ही उन्होंने आक्रामक बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया। उनकी पारी एक घंटे से भी कम समय तक चली। लेकिन उतने समय में ही अशरफुल का टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम समय में अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। वो मोहम्मद अशरफुल की खास पारी थी। उसी साल दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने अपनी पारी की बदौलत वेस्टइंडीज की टीम को हार के कगार पर खड़ा कर दिया। उन्होंने उस मैच में 20 गेंदों में टी20 क्रिकेट का सबसे तेज अर्धशतक बनाया। साल 2005 में इंग्लैंड में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रति गेंद रन की हिसाब से शतक लगाया। इसकी वजह से आधुनिक क्रिकेट का सबसे बड़ा उलटफेर हुआ। 2007 विश्व कप में उन्होंने गयाना में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इसी तरह की की पारी खेली थी। 83 गेंदों में 87 रन की पारी की वजह से बांग्लादेश को दक्षिण अफ्रीका को हराया और एक और नाटकीय जीत दर्ज की। एक शानदार शैली और एक आकर्षण के साथ वह वास्तव में बांग्लादेश क्रिकेट के 'वंडर बॉय' थे। अपने निडर तरीके, गज़ब के स्ट्रोक खेलते हुए और गेंदबाजों पर पूरी तरह से हावी रहने के साथ ही , उन्हें अपने विकेट को फेंकने की आदत थी। एक ऐसी कमी जो एक ट्रेडमार्क बन गयी और इस दाएं हाथ के बल्लेबाज़ के करियर को दबाने लगी। अशरफुल ने अपने टेस्ट कैरियर को 24 की औसत के साथ खत्म किया और एकदिवसीय मैचों में 22.23 के औसत के साथ अपना कैरियर खत्म किया। जो निश्चित रूप से उनकी क्षमताओं के साथ गंभीर अन्याय था। उन्होंने अपने एक दशक के लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर में 3468 एकदिवसीय रन और 2737 टेस्ट रन बनाये और साथ ही उनके नाम नौ अंतरराष्ट्रीय शतक भी हैं। # 7 अब्दुर रज्जाक c9b50-1505806815-800 अब्दुर रज्जाक के लंबे गेंदबाजी एक्शन और उनके प्रभावी कौशल ने उन्हें 2000 के दशक के दौरान बड़ा गेंदबाज़ बना दिया। उनकी विविधता और सटीक लाइनों ने सुनिश्चित किया कि बल्लेबाजों के पास उनके खिलाफ रन बनाने का बहुत ही कम विकल्प रहे और इसलिए रज्जाक इस उप-महाद्वीप वाले देश के पहले उच्च गुणवत्ता वाले स्पिनरों में से एक थे। उन्होंने 2009 में जिम्बाब्वे के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में 15 विकेट लिए थे और बांग्लादेश के श्रृंखला जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अपने शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया था। वनडे में 4.56 की उनकी इकॉनोमी रेट, एक बहुत ही प्रभावशाली आंकड़ा है, यह देखते हुए कि किस तरह की सतहों पर गेंदें करते थे । 153 वनडे मैचों में 38.4 की स्ट्राइक रेट के साथ उन्होंने 207 विकेट भी लिए हैं। # 6। हबीबुल बशर 66044-1505807850-800 बांग्लादेश क्रिकेट में हबीबुल बशर का प्रमुख योगदान यह है कि वह अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक निचले दर्जे की टीम को बिना असफलताओं से प्रभावित हुए ढोते रहे और मध्य क्रम में रन बनाते रहे। वो भी तब जब उनके आसपास के बल्लेबाजों में जल्द आउट होकर लौटने की होड़ सी लगी रहती थी। बशर एक ऐसी टीम में एक असली बल्लेबाज थे जहां तकनीक दुर्लभ थी और कोचिंग मैनुअल से सभी स्ट्रोक खेल सकते थे। महत्वपूर्ण रूप से उन्होंने अपनी क्षमता को प्रदर्शन में परिवर्तित कर दिया और नियमित तौर पर अर्धशतक लगा पाने की उनकी क्षमता की वजह से उन्हे 'मिस्टर फिफ्टी' के रूप में जाना जाने लगा था। 2003 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट में उनका शतक उनके कैरियर का मुख्य आकर्षण था और यह पारी साबित करती है कि वह बांग्लादेश के लिए कितने महत्वपूर्ण खिलाड़ी थे। उस शतक के साथ बशर ने सुनिश्चित किया कि उनकी टीम प्रतियोगिता में रहे। इसके अलावा उनका पहला अंतरराष्ट्रीय शतक जो 2001 में ज़िम्बाब्वे के खिलाफ आया था वह भी काफी प्रभावी था। उन्होंने वनडे में तीन हजार से अधिक रन बनाए और टेस्ट में 2000 से ज्यादा रन बनाए और अपने युग के दौरान बांग्लादेश के प्रीमियर बल्लेबाजों में से एक थे। हालांकि एकदिवसीय मैचों में उनका औसत 20 से थोड़ा ऊपर रहा , जो कि उनकी प्रतिभा के साथ मेल नहीं खाता। # 5 मोहम्मद रफीक b8a1a-1505476138-800 शकिब अल हसन और मेंहदी हसन के बांग्लादेश की स्पिन गेंदबाजी की कमान संभालने से पहले मोहम्मद रफीक के कंधों पर बांग्लादेश के स्पिन गेंदबाजी की भार थी। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने शुरुआती सालों में बांग्लादेश की स्पिन गेंदबाजी विभाग को संभाला। रफीक ने एक दशक से भी अधिक समय तक बांग्लादेश के स्पिन विभाग का नेतृत्व किया। हालांकि, वह अपनी क्षमताओं और कौशल को आंकड़ों में परिवर्तित करने में विफल रहे। टेस्ट में 40.76 और वनडे में 37.91 की औसत के साथ उनका करियर समाप्त हो गया। 2005 में जिम्बाब्वे के खिलाफ उन्होंने पांच विकेट लिए, जिसने बांग्लादेश को अपना पहला टेस्ट मैच जीतने में मदद की ।उन्होंने अपने करियर में 225 अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए। # 4 मशरफे मुर्तज़ा 63911-1505807920-800 बांग्लादेश की एकदिवसीय टीम के कप्तान मशरफे मुर्तज़ा ने 33.45 की शानदार औसत से अब तक 251 से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय विकेट लिए हैं। हालांकि उन्होंने इससे कहीं ज्यादा टीम के लिए योगदान दिया है। मुर्तजा बांग्लादेश के संघर्ष और पिछले कुछ सालों में टीम के खेल में सनसनीखेज तरीके से बदलाव के प्रतीक हैं। चोटों और अन्य मसलो से ग्रस्त होने के बावजूद यह तेज गेंदबाज तेजी से और सही तरीके से गेंदबाजी करने में कामयाब रहा। 2004 में बांग्लादेश ने वनडे में पहली बार भारत को हराया और मुर्तजा ने दो विकेट लिये। तीन साल बाद उन्होंने 2007 के विश्व कप में उसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ च4 विकेट लिए और बांग्लादेश को नाटकीय जीत दर्ज करा दुनिया को हैरान कर दिया। 2006 में उन्होंने नैरोबी में केन्या के खिलाफ 26 रन देकर 6 विकेट लिए। वर्तमान में वह युवा प्रतिभाओं को तैयार करने और विकसित करने की ज़िम्मेदारी भी अदा करते है। बांग्लादेश के युवा क्रिकेटरों ने भी अपनी सफलता का श्रेय मुर्तजा को दिया है। # 3 मुशफिकर रहीम 4a4b7-1505808772-800 बांग्लादेश के पॉकेट साइज डायनामाइट मुशफिकर रहीम विकेटों के पीछे के साथ ही मध्य क्रम में एक विश्वसनीय खिलाड़ी हैं। टेस्ट में 35.65 और वनडे में 32.10 की उनकी औसत एक ऐसे बल्लेबाज के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो आम तौर पर निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ बल्लेबाज़ी करता है। उन्होंने 16 साल की उम्र में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर शुरुआत की और तब से इस टीम के नियमित सदस्य रहे हैं। 266 पारियों में उनके 44 अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक हैं। उन्होंने टेस्ट मैचों में 3000 से अधिक रन और एकदिवसीय मैचों में 4000 से ज्यादा रन बनाए हैं। वो वर्तमान में बांग्लादेश की बल्लेबाजी विभाग के एक मजबूत स्तंभ है। 2014 में उन्होंने भारत के खिलाफ एशिया कप में शतक लगाया था। 2015 के विश्व कप में उन्होंने सौ से अधिक की स्ट्राइक रेट से 298 रन बनाए। जो किसी बांग्लादेशी बल्लेबाज द्वारा दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। बाद में उन्होंने ढाका में पाकिस्तान के खिलाफ 106 रनों की पारी खेली और बांग्लादेश को बड़ी जीत दर्ज करने में मदद की। # 2 तमीम इकबाल a8fbe-1505808926-800 तमीम इकबाल एकमात्र बांग्लादेशी खिलाड़ी है जिन्होंने दस हजार से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाए हैं। उन्होंने वनडे में 5743 और टेस्ट में 3847 रन बनाए हैं । बाएं हाथ के ओपनिंग बल्लेबाज ने एक दशक पहले डेब्यू किया था, लेकिन उभर के पिछले कुछ वर्षों में आये। वह अपने सभी प्रारूपों में एक उत्कृष्ट रन-स्कोरर रहे हैं, और उनके चलते बांग्लादेश के बल्लेबाजी क्रम में एक स्थिरता रही है। 2007 विश्वकप में भारत के खिलाफ उनके साहसी अर्धशतक ने बांग्लादेश को एक ऐतिहासिक जीत दिलाई । पिछले कुछ वर्षों में ओपनिंग करते हुए उन्होंने शानदार रन बनाए हैं। जिसकी वजह से बांग्लादेश को कई मैचों में जीत मिली। बांग्लादेश की पहली टेस्ट जीत में उनके द्वारा बनाये 104 रन अहम रहे और 2017 में बांग्लादेश की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली टेस्ट विजय में उन्होंने दोनों पारियों में अर्धशतक बनाया। टेस्ट में उनका दोहरा शतक पाकिस्तान के खिलाफ साल 2015 में आया और अपनी उस पारी से उन्होंने उस टेस्ट मैच को बचाया। उन्होंने देश के लिए सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय शतक (18)बनाए हैं और अर्धशतक (66) भी सबसे ज्यादा उन्हीं के नाम है। # 1 शाकिब अल हसन 85bee-1505124233-800 बांग्लादेश के सबसे ऑलराउंडर और टीम के सबसे बड़े मैच विजेता। शाकिब अल हसन तीनों प्रारुपों में टीम का नियमित हिस्सा हैं। एक दशक से ज्यादा समय हो गया है उन्हे टेस्ट क्रिकेट में पर्दापण किए हुए लेकिन अभी तक उन्होंने केवल 51 टेस्ट खेले हैं। हालांकि उनके 188 विकेट और 3594 रनो के आकड़े उन्हें दुनिया भर के सभी आलराउंडरों के बीच सर्वश्रेष्ठ स्थान दिलाते है। उनकी बाएं हाथ की गेंदबाजी बेहद प्रभावी है और 200 से अधिक एकदिवसीय विकेट और मध्यक्रम में बल्लेबाजी ने कई मौकों पर टीम को जिताया है। उन्होंने करीब पांच हजार वनडे रन बनाए हैं। 2009 में बांग्लादेश की पहली बार टेस्ट जीत में शाकिब ने आठ विकेट लिए और फिर वेस्ट इंडीज के खिलाफ चौथी पारी में नाबाद 96 रनों की पारी खेली। इसके बाद शाकिब ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2007 में टेस्ट की एक पारी में सात विकेट लिए। 2017 में चैंपियंस ट्राफी के मुकाबले में इसी टीम के खिलाफ उन्होंने 114 रन बनाये और एक सफल लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम को जीत दिलाई। 2011 में ढाका में पाकिस्तान के खिलाफ शाकिब ने 144 रन बनाए और उसी टेस्ट में सात विकेट भी लिए। 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में उन्होंने 12 विकेट लिए थे। जबकि 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बांग्लादेश की पहली टेस्ट जीत में उन्होंने 10 विकेट लिए थे।