यदि पिच मदद नहीं करती है तो एक कप्तान अपने तेज गेंदबाज की तरफ देखता है जो उसे अलग-अलग रणनीति से विकेट दिलाये। इससे पहले भारतीय कप्तानों के पास ये आजादी नहीं थी। भारत में आमतौर पर ऐसे स्विंग गेंदबाजों होते थे, जो कि तब खतरनाक साबित होते थे जब पिच से उन्हें मदद मिलती थी, लेकिन एक सपाट पिच पर उनकी गेंदबाजी बेदम नजर आती थी। हालांकि मौजूदा भारतीय तेज गेंदबाज किसी भी पिच पर विकेट निकालने में सक्षम हैं। य़े गेंदबाज सपाट पिच पर विकेट निकालने की क्षमता रखते हैं। मोहम्मद शमी, उमेश यादव, और ईशांत शर्मा में तेज गेंदबाजी करने की क्षमता है और गेंद को स्विंग भी करा सकते हैं। लॉर्ड्स में ईशांत शर्मा के जादू को कौन भूल सकता है, जब उन्होंने छोटी गेंद की रणनीति का सहारा लिया था, क्योंकि आखिरी दिन पिच पर बहुत कुछ नहीं था, जिससे भारत को एक बड़ी जीत मिली।