भारत के टेस्ट उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने WTC फाइनल से पहले कहा है कि वह अपनी बल्लेबाजी को लेकर हो रही आलोचना से हैरान नहीं हैं। रहाणे इस डब्ल्यूटीसी चक्र में 43.80 पर 1095 रन के साथ भारत के सर्वोच्च स्कोरर हैं और उन्हें टीम प्रबंधन का अटूट समर्थन मिला है। रहाणे ने कहा कि वह आलोचना के कारण ही यहाँ हैं।
रहाणे ने कहा कि (अग्रणी स्कोरर होने के लिए) स्पेशल महसूस होता है, मुझे आलोचना लेने में खुशी होती है। रहाणे ने कहा कि मैं आलोचना के कारण ही यहां हूं। मैं हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता हूं, चाहे लोग मेरी आलोचना करें या नहीं। मेरे लिए यह महत्वपूर्ण है कि मैं अपनी टीम, अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दूं और हर बार अपना योगदान दूं।
अजिंक्य रहाणे का पूरा बयान
भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान ने कहा कि चाहे बल्लेबाज के रूप में हो या फील्डर के रूप में। मैं वास्तव में आलोचना के बारे में नहीं सोचता। अगर लोग मेरी आलोचना करते हैं, तो यह उनकी बात है और यह उनका काम है। मैं इन चीजों को नियंत्रित नहीं कर सकता। मैं हमेशा उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करता हूं जो नियंत्रण में है। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ पैर आगे रखता हूं और अपनी प्रक्रिया का पालन करता हूं।
रहाणे अपने एक दशक के लंबे करियर के दौरान भारत के प्रमुख (विदेश में रन वाले) बल्लेबाजों में से एक रहे हैं लेकिन इंग्लैंड वह देश है जहां उन्हें सबसे कम सफलता मिली है। इंग्लैंड में दस टेस्ट में रहाणे का औसत 29.26 है जिसमें चार अर्द्धशतक और एक शतक है। हालांकि इनमें से तीन अर्धशतक साउथैम्पटन में दो टेस्ट के दौरान आए हैं, जहां WTC का फाइनल मैच होगा।
टीम इंडिया को इंग्लैंड में वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के अलावा भी 5 और टेस्ट खेलने हैं। ये मैच इंग्लैंड के खिलाफ होंगे।