हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने शुक्रवार को अपने संन्यास का ऐलान किया था। इसके बाद उनको चारो तरफ से आगे के लिए शुभकामनाएँ मिली। लोगों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी हैट्रिक को भी याद किया। इस बीच हरभजन सिंह ने अपने दिल का दर्द बयाँ किया है। भज्जी ने बताया है कि टीम से बाहर करने के बाद उनको किसी ने कारण नहीं बताया।
दैनिक जागरण से बातचीत में भज्जी ने कहा कि जब को 400 से ज्यादा टेस्ट विकेट लेता है और बाद में उसे मौका नहीं मिलता या टीम से बाहर करने का कारण नहीं बताया जाता, तो दिमाग में कई सवाल खड़े होते हैं। मुझे टीम से बाहर करने का कारण मैंने कई लोगों से पूछा था, लेकिन मुझे किसी से जवाब नहीं मिला।
हरभजन ने आगे कहा कि सपोर्ट होने से हमेशा अच्छा महसूस होता है। मैं कहूँगा कि अगर सही समय पर मुझे समर्थन मिल गया होता, तो मैं बहुत पहले ही संन्यास ले चुका होता। मैंने जब 400 विकेट झटके थे, तब उम्र 31 साल थी और मैं 500-550 विकेट लेने के बाद संन्यास ले चुका होता। अगर मैं 3 से 4 साल और खेलता तो 500 विकेट का आंकड़ा प्राप्त कर लेता लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
उल्लेखनीय है कि हरभजन सिंह ने अपने संन्यास के बारे में जानकारी यूट्यूब चैनल पर आकर दी। उन्होंने अपने साथ खेलने वाले सभी खिलाड़ियों और फैन्स का शुक्रिया अदा किया। इसके अलावा भज्जी ने अपनी पत्नी और बेटी के लिए मैसेज दिया और कहा कि अब मैं आपके साथ ज्यादा समय बिता पाऊंगा। भज्जी ने हर तरह के क्रिकेट को अलविदा कह दिया। आईपीएल में वह मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपरकिंग्स, केकेआर जैसी टीमों से जुड़े थे।
कयास लगाए जा रहे हैं कि हरभजन सिंह किसी आईपीएल टीम के साथ बतौर कोचिंग स्टाफ जुड़ सकते हैं। आने वाले समय में साफ़ हो जाएगा कि भज्जी क्या करने वाले हैं।