रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) 2023-24 के फाइनल में मुंबई ने विदर्भ के खिलाफ अपना शिकंसा कस लिया है और इसका काफी हद तक श्रेय दूसरी पारी में शतक लगाने वाले मुशीर खान (Musheer Khan) को जाता है। मुशीर ने खुलासा किया कि वह सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को प्रभावित करने की प्रेरणा से खेल रहे थे। तेंदुलकर अपनी घरेलू टीम की हौसलाअफजाई के लिए वानखेड़े स्टेडियम में तीसरे दिन के खेल के दौरान मौजूद रहे।
19 वर्षीय बल्लेबाज शानदार फॉर्म से गुजर रहा है। मुशीर ने फाइनल से पहले क्वार्टर फाइनल में भी जबरदस्त पारी खेली थी और दोहरा शतक बनाने में कामयाब रहे थे। इसके बाद सेमीफाइनल में भी अर्धशतक बनाया था। वहीं, फाइनल मुकाबले में उन्होंने पहली पारी में निराश किया लेकिन दूसरी पारी में 326 गेंदों का सामना करते हुए 136 रनों की पारी खेली।
तीसरे दिन के खेल के बाद, मुशीर ने कहा,
मुझे यह भी नहीं पता था कि सचिन सर यहां हैं, लेकिन जब मैं 60 रन पर बल्लेबाजी कर रहा था, तो मैंने उन्हें बड़ी स्क्रीन पर देखा और (उसके बाद) मैंने प्रेरणा के साथ बल्लेबाजी की कि वह आज देख रहे हैं और मुझे सर को प्रभावित करना है।
मुशीर को अपनी बल्लेबाजी के दौरान रहाणे और अय्यर जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ साझेदारियां बनाने का मौका मिला। युवा खिलाड़ी ने इन दोनों के साथ बल्लेबाजी को लेकर कहा,
यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे दो टेस्ट खिलाड़ियों के साथ बल्लेबाजी करने का मौका मिला, इससे मेरे लिए भी आसानी होती है। उनकी टीम में हर कोई अज्जू दादा (अजिंक्य रहाणे) को आउट करने की कोशिश कर रहा था और मेरे लिए यह आसान हो गया। रणजी ट्रॉफी फाइनल में शतक जड़ना मेरा सपना था। मैंने और अय्यर ने अच्छी साझेदारी की, हमने अच्छी तरह से कम्युनिकेशन किया और (अय्यर) भाई जोर दे रहे थे कि हमें लंबे समय तक बल्लेबाजी करनी होगी और खेल को जहां तक संभव हो उतना आगे ले जाना होगा।
गौरतलब हो कि मुंबई की दूसरी पारी में कप्तान अजिंक्य रहाणे ने 73 और श्रेयस अय्यर ने 95 रनों की पारी खेली। मुशीर के शतक के साथ-साथ रहाणे और अय्यर की पारियों की बदौलत मुंबई ने अपनी दूसरी पारी में 418 का स्कोर बनाकर विदर्भ के सामने 538 का मुश्किल लक्ष्य रखा। रणजी ट्रॉफी फाइनल में चौथे दिन का खेल काफी अहम होने वाला है और यह तय हो जाएगा कि नतीजा किस पक्ष में जाने की उम्मीद है।