दीपक हूडा (Deepak Hooda) को पहली बार भारतीय टीम (Indian Team) में शामिल किया गया है। वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज के लिए वह टीम में चुने गए हैं। इस बीच हूडा ने इरफ़ान पठान (Irfan Pathan) से मिली अहम सलाह का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि इरफ़ान भाई ने मुझे हमेशा कहा है कि अपना टाइम आएगा।
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में हूडा ने कहा कि लोग सोचते थे और शंकाएं पैदा होती थी लेकिन इरफ़ान भाई हमेशा कहते थे कि अपना टाइम आएगा। मैं धीरे-धीरे इरफान भाई और यूसुफ (पठान) भाई के करीब आ गया। उन्होंने मुझे शांत रहना सिखाया, उन्होंने मुझे शांति की शक्ति का अहसास कराया। एक युवा के रूप में बेचैन होना स्वाभाविक था और मैं कोई अपवाद नहीं था। यह मेरे खेल में बाधा डाल रहा था। कई बार मैंने बहुत कोशिश की। ज्यादा चीजें हो जाती थी जिनकी आवश्यकता नहीं थी।
दीपक हूडा का पूरा बयान
आगे हूडा ने कहा कि मुझे याद है कि इरफान भाई ने मुझे तैयारी और प्रक्रिया का महत्व बताया था। एक ही काम को बिना किसी से उम्मीद किये बार-बार करना। इसलिए चाहे वह जिम सत्र हो, नेट्स पर प्रशिक्षण हो और सख्त आहार का पालन करना हो, मैंने हमेशा एक अच्छी कार्य नीति बनाए रखी। इससे परिणाम भी देखने को मिला।
दीपक हूडा ने कहा कि मैंने उतार-चढ़ाव देखे और फिर बड़ौदा में क्या हुआ, सभी को पता है। मैं पिछले साल दूसरे राज्य में चला गया। यह एक नई यात्रा थी लेकिन राजस्थान ने मेरा स्वागत किया। सारी मेहनत रंग लाई है। हूडा ने अनिल कुंबले को भी धन्यवाद दिया और कहा कि पंजाब किंग्स ने मुझे दो बार मौका दिया। लोगों ने वहां देखा है कि मुझमें अब भी कुछ है। मैंने खुद को बैक किया और मैंने कोशिश करने पर भरोसा रखा।