टाइम्स ऑफ़ इंडिया के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने पिछले एक वर्ष में टेस्ट क्रिकेट में टीम के प्रदर्शन और उसकी आगे की योजना के बारे में बात की। उन्होंने साथ ही कहा कि पिछले एक वर्ष में भारतीय टीम ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में शानदार क्रिकेट खेली है। आगामी विदेश दौरों के बारे में टीम की उम्मीदों पर बात करते हुए पुजारा ने कहा कि खिलाड़ियों के पास अच्छा अनुभव है और सभी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा, 'घर से दूर हमेशा अच्छा खेलना महत्वपूर्ण है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि हम में से किसी पर दबाव है। हमने हाल ही में घर में शानदार प्रदर्शन किया और आने वाले महीनो में इसे जारी रखना चाहते हैं। अब हम अनुभवी हैं क्योंकि हम में से कई लोगों ने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में खेला है। हम इसके अनुभवों का लाभ लेना चाहते हैं और दिखाना चाहते हैं कि विदेशों में भी हम प्रतिस्पर्धी हो सकते हैं।' चेतेश्वर पुजारा काउंटी क्रिकेट में तीसरी बार खेलने के बाद भारत लौट आए हैं। उन्हें नाटिंघमशायर ने काउंटी चैंपियनशिप के चार दिवसीय मैचों के लिए जेम्स पेटिंसन की जगह शामिल किया था। पेटिंसन का तब चैंपियंस ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम में चयन हुआ था। नाटिंघमशायर से पहले पुजारा ने इस टूर्नामेंट के पिछले दो संस्करणों में यॉर्कशायर और डर्बीशायर का प्रतिनिधित्व किया है। 2015 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वापसी के बाद से पुजारा को भारतीय टेस्ट टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। पुजारा ने तीसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में नाबाद 145 रन की पारी खेली, जिसकी मदद से भारत ने 22 साल के बाद श्रीलंका को उसके घर में टेस्ट सीरीज में हराया। दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए 2016-17 सीजन भी अच्छा रहा जहां उन्होंने 13 टेस्ट में करीब 63 की औसत से 1316 रन बनाए। भारत ने 2016-17 सीजन में 17 मैचों में से सिर्फ एक मुकाबला गंवाया। याद हो कि 17 में से 13 टेस्ट भारत ने अपने घर में खेले। हालांकि, विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को इस सीजन में कई विदेशी दौरों पर जाना है और उसके टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। पुजारा भारतीय टीम के निरंतर प्रदर्शन से अवगत हैं और उन्हें विश्वास है कि खिलाड़ी विदेश में भी इसी जज्बे के साथ मैदान संभालेंगे। इंटरव्यू में पुजारा ने राहुल द्रविड़ के मेंटर होने को लेकर भी बातें की। पुजारा ने द्रविड़ को नम्र व्यक्ति बताया, जिन्होंने मुश्किल समय में उनकी काफी मदद की थी। पुजारा ने साथ ही सलाह दी कि भारत के शीर्ष खिलाड़ियों को काउंटी क्रिकेट खेलना चाहिए क्योंकि उन्हें तेज गेंदबाजों के लिए मददगार चुनौतीपूर्ण पिचों पर खेलने का मौका मिलेगा। ऐसे पिचें भारत में मिलना आसान नहीं है। भारत को अगले महीने श्रीलंका का दौरा करना है। इसके बाद अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी करना है। साल के अंत में भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका का दौरा करेगी।