झारखंड के शाहबाज नदीम का गेंद के साथ एक और शानदार सत्र रहा। बाएं हाथ के स्पिनर पिछले वर्ष सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे और इस सत्र में भी उनका उम्दा प्रदर्शन जारी रहा। अब तक 9 मैचों में नदीम ने 25।18 की औसत से 50 विकेट झटके हैं। इस वर्ष उनकी उपलब्धि इसलिए अधिक ख़ास है, क्योंकि इस सत्र के मुकाबले न्यूट्रल वेन्यू पर खेले गए जहां गेंदबाजों से अधिक बल्लेबाजों को मदद मिली। झारखंड की टीम के रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में धमाकेदार एंट्री का बड़ा कारण शाहबाज नदीम का प्रदर्शन रहा। उन्होंने हरियाणा के खिलाफ क्वार्टरफाइनल मुकाबले में 11 विकेट चटकाए। हालांकि, नदीम को उम्मीद है कि उनका शानदार प्रदर्शन नजरअंदाज नहीं किया जाएगा और राष्ट्रीय चयनकर्ता उनके प्रयासों पर ध्यान जरुर देंगे। भारतीय टीम में खिलाड़ियों के चोटिल होने की कतार को देखते हुए नदीम को अपने चयन की उम्मीद हैं। बाएं हाथ के गेंदबाज ने राष्ट्रीय और राज्य चयनकर्ताओं के बीच संचार में कमी पर निराशा भी व्यक्त की। नदीम ने कहा, 'मैं निराश होता हूं क्योंकि मैं भी इंसान हूं। मगर जब आप घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और भारतीय टीम के गेंदबाज भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हो तो चयन में मुश्किल होना लाजमी है। भाग्य बड़ी चीज है और आपके प्रदर्शन का समय भी सही होना जरुरी है।' उन्होंने आगे कहा, 'जब मैं निराश होता हूं तो ज्यादा मैच खेलता हूं। अगर मैच नहीं हो तो फिर ज्यादा काम करता हूं। मैं थोड़ा कम अभ्यास करता हूं, लेकिन एक महीने में करीब 20 मैच खेल लेता हूं। मैं पूरे वर्ष खेल लेता हूं।' नदीम का यह बयान तब आया है जब अक्षर पटेल चोट की वजह से भारतीय वन-डे टीम से बाहर हो गए हैं। अब यह देखने लायक होगा कि क्या चयनकर्ता बाएं हाथ के गेंदबाज के रूप में नदीम को मौका देते हैं। दिल्ली डेयरडेविल्स के स्पिनर ने साथ ही कहा कि मेट्रो और बड़े शहरों के खिलाड़ियों को ज्यादा कवरेज मिलता हैं, जिसकी वजह से उनका प्रदर्शन नजरों के सामने आता है। इसके अलावा कई खिलाड़ी जो बड़े शहरों से न हो, उनका प्रदर्शन दबा रह जाता है। नदीम ने कहा, 'जब आप मेट्रो शहर से खेल रहे होते हैं तो मीडिया अच्छा कवरेज देता है। मगर मीडिया से अधिक अगर आप प्रदर्शन कर रहे हो तो आप मौका पाने के हकदार हैं।' नदीम को हालांकि भरोसा है कि चयनकर्ताओं का ध्यान उनके प्रदर्शन भी जाएगा और जल्द ही उन्हें राष्ट्रीय टीम से खेलने का मौका भी मिलेगा।