'राशिद खान को टीम में लाने के लिए मुझे कप्तान असगर स्टैनिकज़ाई से काफी मशक्कत करनी पड़ी थी'

राशिद खान, ये नाम अब विश्व क्रिकेट के लिए नया नहीं है। अपनी कातिलाना गेंदबाजी से वो इस वक्त दुनिया के सबसे बेहतरीन स्पिनर बन गए हैं। टी20 क्रिकेट में वो इस वक्त विश्व के नंबर एक गेंदबाज हैं। अपनी विकेट लेने की क्षमता के कारण उन्हें दुनिया का सबसे खतरनाक स्पिनर माना जा रहा है। हालांकि एक समय ऐसा भी था जब अफगानिस्तान के कप्तान असगर स्टैनिकज़ाई, राशिद खान को टीम में शामिल करने के पक्ष में नहीं थे। स्पोर्ट्सकीड़ा से खास बातचीत में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सीईओ शफीक स्टैनिकज़ाई ने बताया कि उन्हें असगर स्टैनिकज़ाई से राशिद खान को टीम में शामिल करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। उन्होंने कहा ' अंडर-19 का मैच चल रहा था और सभी खिलाड़ी आपस में खेल रहे थे। ये एक ट्रायल गेम की तरह था। मैंने मुख्य चयनकर्ता से पूछा कि आप मुझे क्या दिखाना चाहते हैं। उन्होंने मुझसे कहा कि चारों तरफ देखिए आपको कुछ ना कुछ जरूर मिलेगा। तभी मैंने राशिद खान को गेंदबाजी करते हुए देखा और पूछा कि क्या मैं यहां पर सिर्फ इस गेंदबाज के लिए आया हूं। उन्होंने कहां हां। मैंने राशिद खान की गेंदबाजी देखी और उससे मैं काफी प्रभावित हुआ। उसके बाद राशिद अंडर-19 टीम का हिस्सा बने। हालांकि जब 2015 में अफगानिस्तान की टीम जिम्बाब्वे का दौरा कर रही थी तब मैं राशिद खान को सीनियर टीम में लेना चाहता था। इसके लिए मुझे कप्तान असगर स्टैनिकज़ाई को मनाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके बावजूद वो राशिद खान को सिर्फ टी20 टीम में लेने के लिए राजी हुए, वनडे में नहीं। हम जिम्बाब्वे गए और पहले मैच में बुरी तरह हार गए। इसके बाद मुझे मुख्य चयनकर्ता का फोन आया कि वो और असगर स्टैनिकज़ाई राशिद खान को टीम में चाहते हैं। इसके बाद बिना देर किए हमने तुरंत राशिद को रवाना कर दिया और आज वो दुनिया के नंबर एक गेंदबाज हैं।" गौरतलब है बैंगलूरू में भारत और अफगानिस्तान के बीच एकमात्र टेस्ट मैच खेला जा रहा है। अफगानिस्तान का ये पहला अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच है। वहीं आईपीएल में भी अफगानिस्तान के खिलाड़ी जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने भी अफगानिस्तान क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिए काफी सहयोग किया।