भारतीय टीम में वापस लौटे सुरेश रैना का कहना है कि एकदिवसीय टीम में वापसी के लिए वे अपना श्रेष्ठ करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे स्थायी रूप से टीम का हिस्सा बनना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि सपोर्ट स्टाफ का मुझे समर्थन मिला है और मुझे अपना स्वाभाविक गेम खेलने को कहा गया है। रैना को भरोसा है कि यहां किया गया प्रदर्शन उन्हें वन-डे टीम में वापस आने में मददगार होगा। मैच की पूर्व संध्या पर रैना ने कहा कि मुझे नंबर तीन पर उतारने का मकसद पहले 6 ओवरों में आक्रामक खेल दिखाना है। आगे उनका कहना था कि कोहली ने मुझमें भरोसा दिखाया है। पिछले दो मैचों के 6 ओवरों की तरफ ध्यान दें, तो हम उन पर हावी रहे हैं। टी20 क्रिकेट में पावरप्ले का फायदा उठाना बहुत अहम होता है। उम्मीद है कि हम निर्णायक मैच में भी शानदार करेंगे। शुरूआती 6 ओवरों के बारे में बोलते हुए रैना ने कहा कि इसमें कभी आप रन बनाते हो और कभी फ्लॉप भी हो जाते हो। जब आपके पास बल्लेबाजी क्रम बड़ा हो, तो आप चांस ले सकते हैं और बाकी के बल्लेबाज बाद में भी प्लान लागू कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि लम्बे समय बाद सुरेश रैना की भारतीय टीम में वापसी हुई है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 में उन्होंने 15 और दूसरे मैच में 24 रन बनाए हैं। उनकी भूमिका मैदान पर जाकर विपक्षी गेंदबाजों पर आक्रमण करना है, इसमें वे कामयाब होते हुए नजर आ रहे हैं। पहले टी20 में टीम इंडिया ने बाजी मारी वहीँ दूसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका को जीत मिली। केपटाउन में निर्णायक मुकाबला शनिवार को खेला जाना है। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने रैना को ऊपरी क्रम में भेजते हुए खुद नीचे बल्लेबाजी के आने लगे हैं। तीसरे टी20 में रैना का प्रदर्शन देखना काफी दिलचस्प होगा।