भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) के लिए पिछला कुछ समय अच्छा नहीं रहा है। इस साल के शुरूआती कुछ महीनों में उनका प्रदर्शन साधारण रहा और इसी वजह से उन्हें टी20 वर्ल्ड कप में भी जगह नहीं मिली। इसके बाद आईपीएल के दूसरे चरण में अच्छा करने के बावजूद उन्हें मौका नहीं दिया गया। हालांकि चहल अब निराशा को पीछे छोड़ते हुए आगामी मैचों में अच्छा करने के लिए तैयार हैं और साथ ही उन्होंने रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में अच्छा प्रदर्शन बरकरार रखने की उम्मीद जताई है।
उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य विजय हजारे ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करना और अपनी घरेलू टीम हरियाणा को खिताब दिलाना है।
हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत करते हुए चहल ने कहा,
मैं विजय हजारे ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं और हरियाणा को खिताब जीतने में मदद करना चाहता हूं, मैं नेट्स में अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं और अपनी गेंदबाजी का लुत्फ उठा रहा हूं। मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। जो हुआ सो हुआ। एक साल के अंतराल के बाद इस बार रणजी ट्रॉफी भी होने जा रही है। मैं ज्यादातर मौके बनाना चाहता हूं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 161 विकेट चटका चुके चहल ने कहा कि टी20 वर्ल्ड कप में ना चुने के बाद परिवार के समर्थन ने उन्हें मजबूत बनाया है और उनका पूरा साथ दिया। चहल ने आगे कहा,
विश्व कप जैसे मेगा-इवेंट के लिए भारतीय टीम में स्थान खोना निराशाजनक था। मुझे लगता है कि मैंने आईपीएल में और श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन यह एक खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा है जब से आईपीएल स्थगित किया गया था, तब से मैं विश्व कप पर नजर गड़ाए हुए था। फिर भी, उस निराशा को दूर करने के लिए मुझे अपने परिवार से बहुत समर्थन मिला। न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के ड्रेसिंग रूम में उतरना अद्भुत था।
चहल ने रोहित की कप्तानी में अच्छा करने की उम्मीद जताई
युजवेंद्र चहल की हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ समाप्त हुयी तीन टी20 मैचों की सीरीज में वापसी हुयी थी और इस सीरीज में टीम की कमान नए टी20 कप्तान रोहित शर्मा के हाथ में थी। चहल ने कहा कि वह पूर्व टी20 कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में अच्छा करने के बाद रोहित शर्मा की कप्तानी में भी अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। लेग स्पिनर ने कहा,
मैंने विराट भैया के नेतृत्व में अच्छा प्रदर्शन किया है और उम्मीद है कि रोहित भैया की कप्तानी में टी20 प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन करता रहूंगा। मैं इंडिया ए टीम में रहते हुए राहुल द्रविड़ की कोचिंग में खेला हूं। वह एक बुद्धिमान क्रिकेट दिमाग के साथ एक महान कोच हैं। इसके बाद अब पारस म्हाम्ब्रे भी गेंदबाजी कोच हैं। मैंने उनसे अपनी गेंदबाजी पर चर्चा की। उनके इनपुट से मुझे निश्चित रूप से फायदा होगा।