बीते सोमवार को इंग्लैंड टीम के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक ने संन्यास की घोषणा कर दी। निश्चित तौर पर संन्यास का फैसला ही खिलाड़ी को भावुक कर देने वाला होता है। अपने शरीर और दिल की आवाज़ सुनते हुए जुनून को त्यागकर जीवन की नई पारी शुरू करना एक प्रकार से दुःखद मालूम पड़ता है। ऐसे में खिलाड़ी साथी खिलाड़ियों के साथ दुःख साझा कर खुद को हल्का महसूस करते हैं। वहीं एलिस्टेयर कुक ने एक अनोखे तरीके से संन्यास की घोषणा करते हुए खुद को हल्का महसूस किया। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक ने कहा है कि टीम के साथियों को संन्यास के बारे में बताते समय वह काफी भावुक हो गए थे और रोने लगे थे। उन्होंने कहा कि वह संन्यास के फैसले पर पिछले 6 महीने से विचार कर रहे थे। सलामी बल्लेबाज कुक ने साउथैम्पटन में भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में 60 रन की जीत के बाद ऐलान किया था कि वह सीरीज के पांचवें और आखिरी टेस्ट के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। बीबीसी ने कुक के हवाले से लिखा “अब मैं मानसिक फुर्ती खो चुका हूं। मैं हमेशा मानसिक रूप से मजबूत रहा हूं लेकिन अब मेरी मानसिक फुर्ती कम हो रही है और फिर से उस फुर्ती को पाना काफी मुश्किल है।” कुक ने आगे कहा “टीम साथियों को अपने संन्यास की खबर बताते समय मेरे पास काफी बीयर थे। अगर ये मेरे पास नहीं होते तो मैं और ज्यादा रोता। संन्यास की खबर बताने के बाद टीम साथी चुप थे। तभी मोइन अली ने कुछ कहा और सब हंसने लगे।” इंग्लैंड के लिए 160 टेस्ट मैचों में 12254 रन बना चुके सलामी बल्लेबाज ने कहा, “पिछले छह महीनो से मैंने संन्यास के संकेत दे दिये थे। मैंने पिछले मैच से पहले कप्तान जो रूट से और मैच के दौरान कोच ट्रेवर बेलिस को इस बारे में बता दिया था।” उन्होंने कहा, “हां, मैं कभी भी सबसे प्रतिभाशाली क्रिकेटर नहीं रहा हूं लेकिन अपनी क्षमता से मैंने यह सबकुछ पाया है।”