पूर्व भारतीय कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा है कि मैं हमेशा खिलाड़ियों का ही रहूँगा। सौरव गांगुली ने कहा कि मैं एक खिलाड़ी की भावना समझ सकता हूँ। इसके अलावा सौरव गांगुली ने यह भी कहा कि मैं बीसीसीआई अध्यक्ष बनकर खुद को भाग्यशाली समझता हूँ।
एक वेबिनार में सौरव गांगुली ने कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष बनकर मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूँ। खिलाड़ियों के साथ एक बार फिर काम करते हुए खेल पर उस पोजीशन से असर डालने का मौका मिला है।
यह भी पढ़ें: टेस्ट क्रिकेट में ग्यारहवें नम्बर पर बल्लेबाजी कर अर्धशतक जड़ने वाले 3 खिलाड़ी
सौरव गांगुली ने खिलाड़ियों के लिए दिया बयान
बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में चुने जाने के बाद के सफर पर सौरव गांगुली ने कहा कि यह ज्यादा मुश्किल नहीं रहा। मैं खिलाड़ियों का ही रहूँगा, उनकी भावनाओं को मैं समझता हूँ। यह खिलाड़ियों के लिए समर्पित है।
आईसीसी अध्यक्ष के लिए भी सौरव गांगुली के नाम की मांग कई जगह उठी है। इस पर दादा ने ज्यादा कुछ नहीं बोलते हुए कहा कि मैं जो भी करता हूँ, उसे सिम्पल रखते हुए बेस्ट करने का प्रयास करता हूँ। ज्ञान के क्षेत्र से अथवा अन्य किसी भी तरह से हो, मेरा काम बेस्ट करना होता है। मुझे कई चीजों में डाला गया है लेकिन मेरा सिद्धांत उसमें श्रेष्ठ करना होता है।
गौरतलब है कि सौरव गांगुली के पास अभी आईपीएल आयोजित कराने की चुनौती है। टूर्नामेंट नहीं होने की स्थिति में बीसीसीआई को करीबन चार हजार करोड़ रूपये का नुकसान उठाना पड़ सकता है। आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप भी इस साल होना है इसलिए अक्टूबर में आईपीएल होने के रास्ते भी साफ़ नहीं दिख रहे। आईसीसी ने टी20 वर्ल्ड कप आयोजन के लिए समय का इंतजार करने का फैसला लिया है। बीसीसीआई ने भी आईपीएल को पूरी तरह स्थगित नहीं करते हुए सभी विकल्पों पर ध्यान दिया है और उन्हें भी समय का इन्तजार है। कोरोना वायरस ने विश्व में क्रिकेट सहित तमाम खेल गतिविधियों को भारी नुकसान पहुँचाया है।
देखना दिलचस्प रहेगा कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली आईपीएल के सामने आने वाली चुनौतियों से कैसे निपटते हैं। टीमों के खिलाड़ी भी टूर्नामेंट के लिए उत्सुक हैं।