भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के दिग्गज बल्लेबाज सुरेश रैना (Suresh Raina) ने वर्ल्ड कप 2011 में मिली जीत को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला इतना ज्यादा अहम था कि स्ट्रेस काफी ज्यादा बढ़ गया था और इस दबाव को कम करने के लिए वो बॉर्डर फिल्म के गाने सुनते थे।
भारतीय टीम ने 2011 के वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को हराया था। इस मैच में भारतीय टीम स्कोर तो ज्यादा बड़ा नहीं बना पाई थी लेकिन बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर टीम ने जीत हासिल की थी और फाइनल में जगह बना ली थी।
पाकिस्तान के खिलाफ मैच में लोगों की उम्मीदें बढ़ जाती हैं - सुरेश रैना
सुरेश रैना के मुताबिक पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में उम्मीदें काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं। उन्होंने आज तक पर सलाम क्रिकेट शो में एक सवाल के जवाब में कहा,
जब क्वार्टरफाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल आया तो स्ट्रेस काफी ज्यादा बढ़ गया था। आप अपने होम ग्राउंड में डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल रहे थे। उसके बाद मोहाली में पाकिस्तान के खिलाफ मैच था। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में लोगों की उम्मीदें काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं। पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले स्ट्रेस को कम करने के लिए मैं बॉर्डर फिल्म के गाने सुनता था।
आपको बता दें कि भारतीय टीम ने 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 28 साल बाद वर्ल्ड कप का सूखा खत्म किया था और टीम विश्व चैंपियन बनी थी। भारतीय टीम ने दूसरी बार क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब जीता था, इससे पहले कपिल देव की अगुवाई में 1983 में टीम ने ये कारनामा किया था। भारतीय टीम जब 28 साल बाद वर्ल्ड कप जीती तब पूरा भारत जश्न में डूब गया, भारतीय टीम के खिलाड़ियों के आंखों से खुशी के आंसू निकल रहे थे।