बेटी को मेरे लिए चीयर करते हुए देखना चाहता हूं : सुरेश रैना

भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना को पिता बनने के बाद कई अलग नजरियों से पहचाना जाने लगा है। इस भारतीय बल्लेबाज का मानना है कि उनकी पुत्री ग्रासिया उनके लिए अक बहुत बड़ी प्रेरणा है और उनके सुधार करने के प्रयासों में वही है। क्रिकेट को अप्रोच करने के लिए अपनी पुत्री की भूमिका के बारे में बात करते हुए रैना ने कहा "दो साल पहले जब मैं ट्रेनिंग कर रहा था, मेरी पत्नी उम्मीद किया करती थी, मैं सोचता था कि क्रिकेट ठीक है लेकिन जीवन में कई और चीजें भी है। मुझे पत्नी के साथ मस्ती करनी चाहिए लेकिन जब मैं अपनी बेटी को देखता हूँ, तो अलग सोचता हूँ।" रैना ने कहा कि मेरा कड़ी मेहनत करने के पीछे परिवार एक बड़ा कारण है। उन्होंने कहा कि मैं और अधिक गंभीर होकर उसका भविष्य बना सकता हूँ। मैंने अपनी पत्नी से कहा है कि मैं तुमसे, बेटी और परिवार से प्यार करता हूँ लेकिन देश के लिए खेलने से भी प्यार है। मुझे मालूम है कि मेरे पार खेलने के लिए चार से पांच वर्ष और है। उसने कहा कि जो भी निर्णय होगा, मेरा उसमें समर्थन करेगी। गौरतलब है कि सुरेश रैना पिछले कुछ समय से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने अपना पिछला वन-डे मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अक्टूबर 2015 में खेला था। उन्होंने इस वर्ष फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ इस वर्ष बेंगलुरु में अपना अंतिम टी20 मैच खेला था। भारतीय टीम से बाहर रहने के बाद रैना ने अपनी फिटनेस पर ध्यान देने का निर्णय लिया और अपनी शारीरिक संरचना पर जमकर काम किया है। इससे उनकी ऊर्जा में भी बढ़ोतरी होगी। कड़ी मेहनत करने के बाद भी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में हुए टेस्ट को वे पास नहीं कर पाए। रैना ने इन सब बातों से ग्रासिया के साथ लगाव को दर्शाया है तथा वे यह भी चाहते हैं कि 2019 विश्वकप खेलें और उनकी बेटी उन्हें चीयर करे।