भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने 8 महीने के बाद श्रीलंका के खिलाफ शतक जड़कर टेस्ट प्रारुप में जोरदार वापसी की है। भारत और श्रीलंका के बीच चल रहे नागपुर टेस्ट में मुरली विजय ने 128 रनों की शतकीय पारी खेली। अपनी वापसी को लेकर विजय ने मीडिया से बातचीत करते हुए ख़ुशी जताई है। नागपुर टेस्ट में 128 रनों की शानदार पारी खेलने के बाद संवाददाताओं से रूबरू होने पर विजय ने कहा कि एक प्रोफेशनल ख़िलाड़ी होने के नाते आपको हमेशा तैयार रहना होता है और आए हुए मौके का फायदा उठाना होता है। हमें मानसिक रूप से अपने मौके का इंतजार करना चाहिए और जैसे ही मौका मिले उसपर खरा उतरना चाहिए। यह सब मेरे लिए भी मुश्किल था लेकिन इस तरह की परिस्थिति का मैं अब आदी हो चुका हूँ। मैं बस भारतीय टीम के लिए अपना योगदान देना चाहता हूँ। मुरली विजय चोट के कारण भारतीय टीम से तक़रीबन 8 महीने से बाहर थे लेकिन श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उन्हें टीम में शामिल किया गया। हालांकि सीरीज के पहले टेस्ट में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन दूसरे टेस्ट में शिखर धवन के रिलीज़ किये जाने पर उन्हें दूसरे टेस्ट में मौका मिला और इस मौके को उन्होंने दोनों हाथों से पकड़ते हुए, शानदार शतक लगाया। इस शतकीय पारी के साथ ही मुरली विजय ने अपने स्थान को टीम के लिए मजबूत कर लिया है। श्रीलंका के बाद दक्षिण अफ़्रीकी दौरे के लिए भी मुरली विजय भारतीय टीम के लिए स्पेशलिस्ट सलामी बल्लेबाज के रूप में नजर आएंगे। मुरली विजय की शतकीय पारी के बदौलत भारतीय टीम ने श्रीलंका के खिलाफ नागपुर टेस्ट में शिकंजा कस लिया है। भारतीय बल्लेबाजी के दौरान विजय का साथ चेतेश्वर पुजारा ने दिया और दिन का खेल खत्म होने तक उन्होंने भी बेहतरीन शतक जमा दिया। इसके अलावा कप्तान विराट कोहली ने भी शानदार शतक जड़ा।