चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल में अपनी बल्लेबाजी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वो आईपीएल में ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करना चाहते थे लेकिन टीम संयोजन की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। एक कार्यक्रम के दौरान धोनी ने कहा कि जब मैंने कुछ साल पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था तब फिटनेस एक अहम हिस्सा हो गया था। इस आईपीएल में जिस दिन हम अपनी टीम बनाने बैठे थे उसी दिन से इसकी प्रक्रिया शुरु हो गई थी। मैंने एकदम सुनिश्चित कर लिया था कि मैं ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करुंगा, क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ निचले क्रम में बल्लेबाजी करना ज्यादा मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि मैं मैच जिताने की जिम्मेदारी लेना चाहता था लेकिन निचले क्रम में बल्लेबाजी के लिए आ रहा था। मैं चाहता था कि हमारी बल्लेबाजी क्रम में गहराई हो। धोनी ने कहा कि अगर मैं ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करुंगा तो आक्रामक शॉट खेलने की कोशिश करुंगा और उस प्रयास में आउट भी हो जाता हूं तो दूसरे बल्लेबाजों के पास सेट होने का पर्याप्त मौका रहेगा। गौरतलब है महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम आईपीएल के 11वें सीजन की विजेता बनी। फाइनल मुकाबले में शेन वॉटसन के शानदार शतक की बदौलत उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर खिताब जीता। एम एस धोनी ने भी इस सीजन में जबरदस्त बल्लेबाजी की। उन्होंने 16 मैचों में 75. 83 की औसत से 455 रन बनाए। खास बात ये रही कि इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट काफी बढ़िया रहा। धोनी ने 150.66 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की और कई मैचों में अकेले दम पर टीम को जीत दिलाई। उन्होंने 30 छक्के भी इस दौरान जड़े। इस सीजन में धोनी की बल्लेबाजी को देखकर लगा कि पुराने धोनी वापस आ गए हैं जिसके लिए वो जाने जाते थे।