भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने पहली बार टीम में चयन होने पर हुए घटनाक्रम के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि जब टीम इंडिया में उन्हें पहली बार जगह मिली थी तब वे बहुत रोये थे और बोर्ड द्वारा घोषित नामों के पन्ने को देखते रहे। एक चैट शॉ में उन्होंने यह राज खोला है। इसके अलावा उन्होंने अपने क्रिकेट की शुरुआत के बारे में भी बताया और कहा कि उनका गेंदबाजी एक्शन शेन वॉर्न की तरह हुआ करता था। जब इस एक्शन से उनकी गेंदें छोटी गिरती थी तो बल्लेबाज के लिए मारना आसान रहता था तब एक्शन में बदलाव किया और काफी सफलता भी मिली। यह 14 साल की उम्र में हुआ था। महेंद्र सिंह धोनी के बारे में एक वाकया बताते हुए चहल ने कहा कि मैं उन्हें सर बोलता था तब एक दिन उन्होंने कहा कि माही, धोनी, भाई कुछ भी बोल सकता है लेकिन सर मत बोल। उसके बाद मैं उन्हें धोनी भाई बोलने लगा। एक और दिलचस्प चीज चहल ने यह बताई कि पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एंड्रू सायमंड्स के साथ उनका रिश्ता बेहद शानदार है। चहल बताते हैं कि यह कंगारू खिलाड़ी उनका बढ़िया दोस्त है और ऑस्ट्रेलिया में अपने घर उनकी पत्नी ने बटर चिकन खिलाया था। अब भी वे मैसेज और कॉल पर बात करते रहते हैं। दोनों मुंबई इंडियंस के लिए एक साथ खेल चुके हैं और वहीँ से यह मित्रता शुरू हुई थी। उल्लेखनीय है कि इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने जिम्बाब्वे दौरे से टीम में स्थान बनाया था और उनको पहली बार भारतीय टीम की कैप महेंद्र सिंह धोनी ने दी थी। तब से अब तक वे 23 वन-डे मैचों में 43 विकेट ले चुके हैं। इसके अलावा 21 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में उनके नाम 35 विकेट हैं। टी20 क्रिकेट में वे पावरप्ले के दौरान भी गेंदबाजी करने में नहीं कतराते हैं।