ख्वाजा ने RSN के साथ बातचीत में कहा, "टीम में जगह न मिल पाने के बाद मुझे काफी दुख हुआ था। मैंने चयनकर्ता और जस्टिन लैंगर से भी बात की थी। मुझे नहीं लगता कि इससे ज्यादा कुछ और कर सकता हूं। मेरा काम है रन बनाना और उम्मीद है मुझे मौका जरूर मिलेगा। हालांकि यह एक ऐसी चीज है, जोकि मेरे हाथ में नहीं है, लेकिन मैं उम्मीद करूंगा कि आने वाले एक साल में मुझे और मौके मिलेंगे। ख्वाजा ने पिछले चार सीजन में घरेलू एकदिवसीय टूर्नामेंट में 62.17 की औसत से 1492 रन बनाए हैं। इस मामले में उनसे आगे सिर्फ कैमरन वाइट (1534 रन) और निक मैडिनसन (1503 रन) हैं। इतने अच्छे रिकॉर्ड के बाद भी ख्वाजा को एकदिवसीय टीम में जगह नहीं मिल पाई। इस समय ऑस्ट्रेलियाई टीम में स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर जैसे बल्लेबाज नहीं है, जोकि बॉल टैंपिरिंग विवाद में शामिल होने के कारण एक साल का बैन झेल रहे हैं। ख्वाजा ने इस बात का भी जिक्र किया कि उनका रिकॉर्ड टेस्ट क्रिकेट के मुकाबले एकदिवसीय क्रिकेट में ज्यादा बेहतर है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट में 42 की औसत से 2226 रन बनाए हैं। दूसरी तरफ एकदिवसीय क्रिकेट में 18 मुकाबलों में 31.26 से 469 रन बनाए हैं। हालांकि ख्वाजा को लैंगर के साथ हुई बातचीत के बाद उम्मीद है कि उन्हें एकदिवसीय क्रिकेट में वापसी के दरवाजे खुले हुए हैं। इसके अलावा ख्वाजा अगस्त में भारत में होने वाले ऑस्ट्रेलिया ए टीम के एकदिवसीय और टेस्ट दोनों ही टीमों का हिस्सा हैं।