धर्मशाला में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट के पहले दिन एक बाएं हाथ के भारतीय स्पिनर का सपना पूरा हुआ। उत्तर प्रदेश से आने वाले 22 वर्षीय कुलदीप यादव ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में चार विकेट झटके तथा दिन की खेल समाप्ति के बाद अपनी गेंदबाजी की रणनीति के बारे में बात भी की। यादव ने मेहमान बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब को आउट करने वाली गेंद के बारे में कहा कि मैंने उन्हें सेटअप किया था। यादव के अनुसार "मैं हैंड्सकॉम्ब को लगातार बाहर ही गेंद खिला रहा था। उन्हें लग रहा था कि सभी गेंदें ऐसी ही आएगी और मुझसे गुगली की उम्मीद में उन्होंने ड्राइव खेला, मैंने कुछ गेंदें गुगली कर बाहर निकाली लेकिन एक गेंद अन्दर फेंकी जिसे वे समझ नहीं पाए और बोल्ड हो गए।" गौरतलब है कि कुलदीप यादव ने अपने चार विकेटों में दो बोल्ड के रूप में प्राप्त किए। उन्होंने हैंड्सकॉम्ब के अलावा पिछले मैच में शतक बनाने वाले ग्लेन मैक्सवेल को भी बोल्ड किया। दोनों बल्लेबाजों को बोल्ड करने में उन्होंने दो अलग गेंदों का प्रयोग किया। मैक्सवेल को उन्होंने गुगली तथा हैंड्सकॉम्ब को अन्दर आती गेंद पर बोल्ड किया। भारत के लिए खेलना कुलदीप यादव का सपना रहा है और धर्मशाला में यह पूरा होने पर उन्होंने कहा "मुझे ख़ुशी है और यह सपना पूरा होने जैसा है। टेस्ट मैच में पदार्पण कर इस तरह प्रदर्शन के बाद मैं और कुछ नहीं कह सकता। शुरुआत में मैं फाइन लेग में खड़ा था तब अपने पहले ओवर को लेकर घबराया हुआ था लेकिन बाद में सब साधारण लगा।" गौरतलब है कि धर्मशाला टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए एक समय ऑस्ट्रेलिया 120/1 के स्कोर के साथ काफी मजबूत स्कोर की ओर अग्रसर थी लेकिन कुलदीप यादव के तीन विकेटों ने टीम की बेहतरीन ढंग से वापसी कराई तथा मेहमान टीम 300 रनों पर सिमट गई।