भारतीय टीम (Indian Team) के खिलाड़ी स्टुअर्ट बिन्नी (Stuart Binny) के आज क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। भारतीय टीम के लिए कुछ मौकों पर अपने खेल से छाप छोड़ने वाले बिन्नी का कहना है कि महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) से टेस्ट कैप लेना मेरे लिए अहम पल था। संन्यास की घोषणा का कारण बताते हुए उन्होंने बड़ी प्रतिक्रिया दी है।
एशियानेट न्यूज से बातचीत करते हुए बिन्नी ने कहा कि मेरे लिए खेलना मुश्किल हो गया था क्योंकि कोरोना वायरस के कारण स्थिति ऐसी है कि दो साल से ज्यादा क्रिकेट हो नहीं पाया है। एक प्रोफेशनल क्रिकेटर होने के नाते आपको रेगुलर खेलते रहना चाहिए और प्रैक्टिस भी करते रहना चाहिए।
बिन्नी ने यह भी कहा कि टेस्ट डेब्यू के समय धोनी ने कैप देते हुए मुझसे कहा था कि तुम इस कैप के हकदार हो क्योंकि तुमने रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया है, उनसे कैप लेना मेरे लिए सबसे अहम पल है। मैंने भी सोचा कि जब मैं रणजी ट्रॉफी में कर सकता हूँ तो भारतीय टीम के लिए भी टेस्ट क्रिकेट में वह कर सकता हूँ। बिन्नी ने कहा कि धोनी ने मुझे पूरा सपोर्ट देने की बात कही थी।
गौरतलब है कि टेस्ट क्रिकेट में बिन्नी ज्यादा सफल नहीं रहे और टीम में भी लम्बे समय तक नहीं टिक पाए। उनके बल्ले से महज 194 रन आए और गेंदबाजी में उनको 3 विकेट मिले। वनडे क्रिकेट की बात करें, तो उनके नाम 20 विकेट और 230 रन हैं। बांग्लादेश के खिलाफ 105 रनों के स्कोर को डिफेंड करते हुए उन्होंने 6 विकेट लेकर भारत को मैच जिताया था। उस दौरान बांग्लादेश की टीम 58 रन बनाकर आउट हो गई थी।
नेशनल क्रिकेट एकेडमी में लेवल 2 के कोच स्टुअर्ट बिन्नी ने कहा है कि वह अब अपना भविष्य में बतौर कोच काम करना चाहेंगे। स्टुअर्ट बिन्नी ने 2003 में कर्नाटक के लिए प्रथम श्रेणी में डेब्यू किया। उन्होंने नागालैंड जाने से पहले डेढ़ दशक से अधिक समय तक टीम के लिए खेलना जारी रखा। वह इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस, राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर फ्रेंचाइजी का भी हिस्सा रहे हैं।