भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों काफी बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है। सलामी बल्लेबाजों के साथ कप्तान विराट कोहली और एम एस धोनी और हार्दिक पांड्या भी काफी फॉर्म में हैं। वहीं गेंदबाज भी अपना काम बखूबी कर रहे हैं। लेकिन 2019 विश्व कप से पहले भारतीय टीम को एक चिंता जो सता रही है वो है नंबर 4 पर बल्लेबाजी। पिछले कुछ मैचों को देखें तो इस क्रम पर भारतीय बल्लेबाज फ्लॉप रहे हैं। नंबर 4 के लिए मुख्य मुकाबला के एल राहुल और मनीष पांडेय के बीच है। मनीष पांडेय एक पारी को छोड़कर बाकी मौकों पर फ्लॉप रहे हैं। वो खुद को मिले मौके का पूरा फायदा नहीं उठा पाए हैं। यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले मैच में मनीष पांडेय की जगह हार्दिक पांड्या को प्रमोट करके नंबर 4 पर भेजा गया था। हार्दिक ने उसका पूरा फायदा उठाया और 72 गेंदों पर 78 रन बनाए। हालांकि मनीष पांडेय इस बात से निराश नहीं हैं कि उनकी जगह हार्दिक पांड्या को नंबर 4 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। उनका कहना है कि ये टीम मैनेजमेंट का फैसला था और इससे उन्हे कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि ' मुझे उस फैसले से कोई दिक्कत नहीं थी। यही टीम का प्लान होता है। क्योंकि जब स्पिनर गेंदबाजी कर रहे होते हैं तो किसी ऐसे खिलाड़ी की मैदान पर जाना सही होता है जो कि ज्यादा आक्रामक तरीके से बल्लेबाजी कर सके। ये हमारी रणनीति का एक हिस्सा था। मीटिंग में रवि भाई ने यही कहा था'। मनीष पांडेय ने आगे कहा कि ' हम सब उस फैसले से सहमत थे और इसका हमें फायदा भी हुआ। हार्दिक ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की और शानदार अर्धशतक जड़ा। मध्यक्रम में एक ऐसे बल्लेबाज का होना काफी फायदेमंद होता है जो कि बल्लेबाजी क्रम में कहीं भी बैटिंग कर सके। बेंगलुरु में चौथे एकदिवसीय से पहले मीडिया से बातचीत में मनीष पांडेय ने कहा कि ' मैं नंबर 5 पर बल्लेबाजी के लिए तैयार हूं और अगर एक या दो विकेट जल्दी गिरते हैं तो हमारी मध्यक्रम की बल्लेबाजी इतनी मजबूत है कि वो उस परिस्थिति से टीम को निकाल सकती है और मैच जिता सकती है'।