अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने अपने खराब फॉर्म को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है और एक बड़ा आरोप भी उन्होंने लगाया है। उन्होंने कहा है कि वो वनडे टीम का लगातार हिस्सा थे लेकिन अचानक उन्हें ड्रॉप कर दिया गया।
अजिंक्य रहाणे का परफॉर्मेंस पिछले साल काफी खराब रहा था। उन्होंने 2021 में कुल मिलाकर 13 टेस्ट मुकाबले खेले और इस दौरान 20.82 की औसत से सिर्फ 479 रन बनाए। उन्होंने दो अर्धशतक लगाए और कई बार 40 के आस-पास का स्कोर बनाया। हालांकि वो लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। उनके शॉट्स सेलेक्शन की काफी आलोचना हुई। खराब फॉर्म की वजह से ही उन्हें टेस्ट फॉर्मेट में उप कप्तानी से हाथ धोना पड़ा।
अपने खराब परफॉर्मेंस को लेकर रहाणे ने 'बैकस्टेज विद बोरिया' शो में कहा "कभी-कभी जब आप केवल एक ही फॉर्मेट खेलते हैं, खासकर ऐसे समय में जब पिछले 2-3 साल से रणजी क्रिकेट का आयोजन भी नहीं हो रहा है और डोमेस्टिक मुकाबले बंद हैं। तो आपको इस बारे में भी सोचना चाहिए कि घर बैठकर कोई रन नहीं बना सकता है।"
मुझे अच्छे परफॉर्मेंस के बावजूद वनडे टीम से ड्रॉप किया गया - अजिंक्य रहाणे
रहाणे ने आगे कहा "उससे पहले मैं लगातार भारतीय टीम के लिए वनडे क्रिकेट खेल रहा था और काफी अच्छा प्रदर्शन भी कर रहा था लेकिन मुझे अचानक ड्रॉप कर दिया गया। हालांकि मैं उन सबमें नहीं पड़ना चाहता, लेकिन सच्चाई ये है कि 2014, 15, 16 और 17 में वनडे में मेरा परफॉर्मेंस अच्छा रहा था। मैं वनडे और टेस्ट दोनों फॉर्मेट में रन बना रहा था। इसके बाद मुझे बहुत कम गेम टाइम मिला क्योंकि टेस्ट मैचों के बीच में काफी लंबा गैप होने लगा।"
आपको बता दें कि अजिंक्य रहाणे ने अपनी आखिरी टेस्ट सीरीज दिसंबर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली थी लेकिन उसमें भी वो फ्लॉप रहे थे। छह पारियों में 22.67 की साधारण औसत से वो सिर्फ 136 रन ही बना पाए थे।