भारतीय टीम में खेलने के लिए तैयार हूँ: ऋषभ पन्त

19 बरस की उम्र में किस खिलाड़ी ने ये सोचा होगा कि वह रणजी के इतिहास का सबसे तेज तिहरा शतक बना सकता है और आईपीएल की नीलामी में 1.9 करोड़ रुपये हासिल कर सकता है? आपको बता दें ऋषभ पन्त ने ये दोनों चीजें अपने नाम की हैं। पन्त का उदय अंडर-19 वर्ल्डकप में हुआ था। जहां पन्त ने 18 गेंदों में अर्धशतक और 96 गेंदों में 111 रन नामीबिया के खिलाफ क्वार्टरफाइनल मैच में बनाये थे। साल 2016 आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से खेलते हुए पन्त ने 10 मैचों में 130 के स्ट्राइक रेट से 198 रन बनाये थे। लेकिन इस बार के रणजी सीजन में पन्त शानदार प्रदर्शन करते हुए काफी लोकप्रियता हासिल की। असम के खिलाफ 146 रन तो अगले ही मैच में महाराष्ट्र के खिलाफ पन्त ने 308 रन बनाये। उसके बाद झारखण्ड के खिलाफ पन्त ने रणजी इतिहास का सबसे तेज शतक ठोंक दिया। रणजी सीजन में इस बार पन्त ने 6 मैचों में 97 के औसत से 874 रन बनाये हैं। पन्त इसे अपनी कठिन मेहनत का परिणाम मानते हैं। पन्त ने स्पोर्ट्सकीड़ा को बताया, “ये मेरी कठिन मेहनत का परिणाम है, मैंने अभ्यास सत्र काफी समय बिताया। इस बार रणजी सीजन की मैंने जमकर तैयारी की। जिसकी वजह से मेरा ग्राफ काफी ऊपर गया है। अपने खेल से जुड़ी कमियां और सुधार को मैंने अपने कोच से काफी डिस्कस भी किया। इसके अलावा मैंने अपनी फिटनेस पर भी काफी काम किया है।”

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कक्षा 1 से पन्त ने क्रिकेट खेलना शुरू किया था

बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने 6 या 7 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुर किया था। पन्त के पिता भी युवा पन्त को खेल से जोड़ना चाहते थे। “मैंने बचपन में शायद कक्षा 1 में क्रिकेट खेलना शुरू किया, मेरे पिता भी मुझे क्रिकेट खेलते हुए देखना चाहते थे। मुझे भी बाद में क्रिकेट से प्यार हो गया। वैसे मैंने कई तरह के खेलों में भाग लिया है। लेकिन मेरा पसंदीदा खेल क्रिकेट ही बना।” पन्त ने सबसे तेज रणजी शतक के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें रिकॉर्ड के बारे में नहीं पता था। लेकिन वह सैकड़ा मारने की सोच रहे थे। जिस रणजी टीम दिल्ली की तरफ से पन्त खेलते हैं, वहां से दुनिया को दो बड़े विस्फोटक बल्लेबाज़ निकले हैं। पहले सहवाग और दूसरे कोहली। पन्त इन दोनों खिलाड़ियों से काफी प्रभावित हैं। “वीरू पा ने मुझे बताया है कि कैसे बल्लेबाज़ी अपने शर्तों पर की जाती है। खुद को कभी किसी दबाव में न डालो और अपना नेचुरल खेल दिखाओ।” “कोहली को खेल से मैं निरंतरता सीखना चाहता हूँ। हालांकि अभी हमारी उनसे ज्यादा बात नहीं हुई है। लेकिन मैं उनसे चीजों को सीखने की कोशिश करता हूँ। उनके कदम ताल, गेंद को देखने के तरीके ने मुझे काफी प्रभावित किया है। भविष्य में मैं उनसे ज्यादा से ज्यादा बात करना चाहूँगा।”

पन्त को सहवाग के साथ न खेल पाने का मलाल है

पन्त को इस बात का मलाल है कि उन्हें सहवाग के साथ खेलने का मौका नहीं मिल पाया। लेकिन उन्हें भरोसा है कि वह उनके पदचिन्हों पर चल सके हैं। टेस्ट में भारत के नियमित विकेटकीपर साहा हाल ही में चोटिल हो गये थे। उनकी जगह पर पार्थिव पटेल को टीम प्रबंधन ने मौका दिया। जबकि लोग पन्त की हालिया फॉर्म को देखते हुए टीम में उन्हें चाहते थे। वहीं कई विशेषज्ञों का मानना है कि पन्त को लेकर टीम इंडिया में बड़ा प्लान हो सकता है। पन्त से जब ये पूछा गया कि क्या वह टीम इंडिया में खेलने के लिए तैयार हैं। तो वह हसंते हुए इस बात की पुष्टि करते हैं। “मैं पूरी तरह से टीम इंडिया में खेलने के लिए तैयार हूँ, लेकिन अभी मेरा पूरा फोकस रणजी मैचों पर है। क्योंकि चयन मेरे हाथ में नहीं है।” पन्त को भारतीय दिग्गज राहुल द्रविड़ की कोचिंग में खेलने का मौका मिल चुका है।

पन्त कहते हैं, द्रविड़ सर इंस्पायर करते हैं

“राहुल सर ने मुझे डिसिप्लिन में रहना और शीर्ष स्तर के क्रिकेट में कैसे लगातार अच्छा खेलना है उस तरीके को सिखाया है। इसके अलावा अन्य क्रिकेटरों से कैसे सीखना है ये भी उन्होंने मुझे बताया।” “उन्होंने मुझे जो बताया उसे मैंने खुद पर लागू किया। मैंने आईपीएल में बड़े अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों से काफी कुछ सीखा। जिससे मुझे काफी फायदा हुआ है। इस सीजन में मेरा ये बेहतरीन प्रदर्शन है, आने वाले मैचों में शतक और ज्यादा से ज्यादा रन बनाने की हमारी कोशिश होगी।”

Edited by Staff Editor
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