भारत के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में 6 विकेट लेकर सनसनी मचाने वाले श्रीलंकाई स्पिनर अकीला धनंजय ने अपने प्रदर्शन पर संतोष जताया है। हालांकि उन्होंने कहा कि अगर श्रीलंकाई टीम मैच जीतती तो वे ज्यादा खुश होते।धनंजय ने कहा कि ' हम खुश होते अगर हम मैच जीतते। मैं इस समय बहुत दुखी हूं। अगर हम जीतते तो हमें बहुत ज्यादा खुशी होती। अकीला धनंजय ने भारतीय मध्यक्रम को झकझोरते हुए महज 21 गेंदों के अंदर 11 रन देकर 6 विकेट चटकाए। 18वें ओवर में तो उन्होंने 3 विकेट झटके। शानदार प्रदर्शन के बाद अकीला धनंजय ने कहा कि ' मैं एक ऑफ स्पिनर हूं, जिसकी विकेट लेने वाली गेंदें लेग स्पिन और गुगली होती हैं। मैंने काफी सारी ऑफ स्पिन गेंदें डाली। मैंने श्रीलंका के स्पिन गेंदबाजी कोच के साथ काफी काम किया है और कैसे अलग-अलग तरीके से गेंदबाजी करनी है वे इस बारे में मुझे बताते हैं। अकीला ने कहा कि 'गेंदबाजी करते वक्त मुझे लगा कि ऑफ स्पिन से ज्यादा मदद नहीं मिल रही है। इसलिए मैंने गेंदबाजी में विविधिता लाने की कोशिश की। हम काफी छोटे स्कोर का बचाव कर रहे थे इसलिए हमें जल्दी-जल्दी विकेट लेने की जरुरत थी। मैंने कई तरह की अलग-अलग गेंदें डाली जिसका मुझे फायदा हुआ'। श्रीलंकाई टीम को भले ही मैच में हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन एक समय अकीला धनंजय ने अकेले दम पर भारतीय टीम को मुश्किल में डाल दिया था। हालांकि भुवनेश्वर कुमार और महेंद्र सिंह धोनी ने 8वें विकेट के लिए 100 रनों की नाबाद साझेदारी कर भारतीय टीम को हार से बचा लिया। अपने कोटे के 8 ओवर गेंदबाजी करने के बाद अकीला धनंजय को गेंदबाजी से हटा लिया गया। इसकी वजह से भारतीय बल्लेबाजों को जमने का मौका मिल गया। इस बारे में अकीला ने कहा कि ' वे पूरी तरह से क्रीज पर जम चुके थे, मैंने सोचा कि बेहतर यही होगा कि जब ये साझेदारी टूटे तब दोबारा गेंदबाजी के लिए आऊं। हम मैच जीतना चाहते थे। एक विकेट और गिरने पर हमारा आत्मविश्वास बढ़ता लेकिन भुवनेश्वर कुमार और महेंद्र सिंह धोनी ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की। उन्होंने हमारे गेंदबाजों को काफी अच्छे तरीके से खेला। विकेट में भी कोई ज्यादा बदलाव नहीं आया। श्रीलंका के अंतरिम कोच निक पोथास ने भी कहा कि 'मैदान पर कप्तान को पता होता है कि वो अपने गेंदबाजों का कैसे प्रयोग करे। वहीं अकीला धनंजय ने अपने शादी के महज एक दिन बाद दूसरा अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला। इस बारे में उन्होंने कहा कि 'शादी दोपहर में थी। जब हम वापस टीम होटल पहुंचे तो रात के 11:30 बज रहे थे। मैं और पहले पहुंचना चाहता था लेकिन थोड़ी देर हो गई। शादी का पूरा कार्यक्रम शाम 4 बजे पूरा हुआ। जब हम वापस आए तो हमें देर हो चुकी थी।