अपने वक़्त का कोई दिग्गज क्रिकेटर कोच बन जाए तो उससे बढ़कर किसी टीम के लिए और कुछ नहीं हो सकता। भारत के सफलतम टेस्ट गेंदबाज़ और टेस्ट क्रिकेट इतिहास में तीसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ अनिल कुंबले के कोच बनने के बाद भारतीय क्रिकेट का भविष्य काफ़ी सुनहरा दिखाई दे रहा है। कुंबले को बधाई का तांता हर तरफ़ से मिल रहा है और हर कोई उनकी तारीफ़ कर रहा है। किसी भी टीम के लिए एक कोच की भूमिका बेहद अहम होती है और भारतीय क्रिकेट से बेहतर शायद ही कोई उदाहरण इसके लिए हो सकता है। जब ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्रेग चैपल को भारतीय कोच की ज़िम्मेदारी दी गई थी, लेकिन उसके बाद क्या हुआ वह भारतीय क्रिकेट इतिहास के काले अध्धाय में दर्ज हो गया। इस 45 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर के कोच बनने के बाद ग्रेग चैपल के भाई और ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने एक क्रिकेट वेबसाइट के लिए अपने कॉलम में कुंबले को ग्रेग चैपल से बेहतर कोच बताया है और कहा है कि कुंबले भारतीय खिलाड़ियों को अच्छे से समझते हैं लिहाज़ा वह ग्रेग से बेहतर और अच्छे कोच साबित होंगे। "कुंबले चैपल से कहीं ज़्यादा बेहतर साबित होंगे, पहली बात तो ये कि वह भारतीय खिलाड़ियों की सोच से वाक़िफ़ हैं और दूसरी चीज़ ये कि कुंबले भारत के उन स्टार खिलाड़ियों के साथ नहीं होंगे जिनका करियर ढलान पर हो।" : इयान चैपल इयान चैपल ने इस बात को विस्तार से बताते हुए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का भी उदाहरण दिया और कहा कि कुंबले को इन चीज़ों से नहीं गुज़रना होगा। "ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ता स्टार खिलाड़ियों को भी ड्रॉप करने से नहीं हिचकिचाते, फिर चाहे वह कप्तान ही क्यों न हो। लेकिन भारत में ये नमुमकिन के क़रीब है, और कुछ ऐसा ही करने की कोशिश ग्रेग ने की थी जिसका ख़ामियाज़ा उन्हें भुगतना पड़ा था। लेकिन कुंबले के लिए हालात ऐसे नहीं होंगे।" : इयान चैपल चैपल ने अपने कॉलम में कुंबले के साथ साथ राहुल द्रविड़ का भी ज़िक्र किया और कहा कि मौजूदा भारतीय क्रिकेटर्स काफ़ी ख़ुशक़िस्मत हैं कि उन्हें द्रविड़ और कुंबले जैसा मेंटर मिला है, जो भारतीय क्रिकेट को बेहद सुनहरे भविष्य की ओर ले जा सकते हैं।