पाकिस्तान क्रिकेट टीम के ऑल राउंडर मोहम्मद हफीज को आईसीसी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी करने की मंजूरी प्रदान कर दी है। आईसीसी ने यह फैसला हफीज के गेंदबाजी एक्शन में सुधार पाये जाने के बाद लिया। उल्लेखनीय है कि जुलाई 2015 में श्रीलंका के खिलाफ गाले टेस्ट मैच के दौरान हफीज के गेंदबाजी एक्शन को लेकर शिकायत के बाद से गेंदबाजी में उनका निलंबन चल रहा है। इंग्लैंड दौरे के दौरान उभरी घुटने की चोट के कारण हफीज के गेंदबाजी एक्शन की जांच में देरी हुई, अन्यथा आईसीसी का यह फैसला पहले भी आ सकता था। आईसीसी के आधिकारिक गेंदबाजी मूल्यांकन में शामिल होने से पहले हफीज एक महीने तक खुद कड़े अभ्यास से गुजरे। उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की बायोमेकैनिक्स लैब में 15 डिग्री हाथ को मोड़ने की सीमा के अंदर अपने टेस्ट करवाए। 17 नवंबर को हफीज ब्रिस्बेन के राष्ट्रीय क्रिकेट सेंटर में भी जांच के लिए गए जहां उनका एक्शन एक ऑफ स्पिन गेंदबाज के लिए तय मानकों के अंतर्गत ठीक था। हफीज अपनी गेंदबाजी को टीम के लिए एक अभिन्न हिस्सा मानते हैं। हालांकि पाकिस्तानी चयनकर्ता उन्हें एक ऑफ स्पिनर से पहले एक बल्लेबाज ही मानते रहे हैं। हफीज को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के बाद चोट के कारण बाहर बैठना पड़ा था, इसके बाद वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई सीरीजों में भी वे नहीं खेल सके थे। पाकिस्तान का यह खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भी टीम का हिस्सा नहीं है लेकिन गेंदबाजी एक्शन को मंजूरी मिलने के बाद वे सीमित ओवर क्रिकेट में आ सकते हैं। हालांकि यह कहना सही नहीं होगा कि हफ़ीज़ पर यह प्रतिबंध हमेशा के लिए हटा लिया गया है। अगर अंपायरों को उनका एक्शन संदिग्ध नजर आता है तो वे उस पर रिपोर्ट कर सकते हैं। अम्पायरों को हफीज की जांच के वीडियो और फोटोग्राफ्स उपलब्ध करवाए जाएंगे। गौरतलब है कि हफीज के अलावा पाकिस्तान के गेंदबाज सईद अजमल भी गेंदबाजी के निलंबन से गुजर रहे हैं।