भले ही टेस्ट क्रिकेट की सेहत पर हमेशा बहस होती आई हो, कई आलोचकों ने टेस्ट के वजूद पर भी हमेशा सवाल उठाए हैं, लेकिन एक बाद साफ़ है कि ये क्रिकेट का सबसे ख़ूबसूरत फॉर्मेट है। साल 2017 में कुछ ऐसे बेहतरीन टेस्ट मैच और पारियां देखने को मिली जो इस पॉर्मेट की ख़ूबसूरती पर चार चांद लगा देती है। कई खिलाड़ियों ने ऐसा करिश्मा दिखाया है जो टेस्ट में फ़ैस का विश्वास और पक्का कर देता है। हम यहां 5 ऐसे शानदार खिलाड़ियों की बात करेंगे जिन्होंने सफ़ेद जर्सी में चैंपियन की तरह खेल दिखाया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने 2017 के आईसीसी अवॉर्ड के ऐलान की सारी तैयारी कर ली है। इसमें ‘टेस्ट क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर’ का अवॉर्ड जीतना किसी भी खिलाड़ी के लिए गर्व की बात होगी। ये अवॉर्ड सितंबर 2016 से लेकर दिसंबर 2017 के बीच के खिलाड़ियों के प्रदर्शन के मुताबिक दिया जाएगा।
#5 डीन एल्गर
दक्षिणअफ़्रीका के इस 30 साल के खिलाड़ी ने साल 2017 में टेस्ट क्रिकेट में हज़ार रन का आंकड़ा पार किया है, वो प्रोटियाज़ टीम की बैटिंग लाइन-अप की ढाल हैं। हांलाकि डीन एल्गर के पास सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ी की तकनीक नहीं है, न ही वो बल्लेबाज़ी करते हुए चौड़े स्ट्रोक लगाते हैं, लेकिन इसके बावजूद उनके जज़्बे में कोई कमी नहीं दिखाई देती है। उन्हें स्ट्रीट फ़ाइटर भी कहा जाता है, इसी क़ाबिलियत की बदौलत वो टेस्ट में अपनी टीम की जान हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाज़ डीन एल्गर ने इस साल अपनी 11 मैच के दौरान 20 पारियां खेली हैं और 54.85 की औसत से 1097 रन बनाए हैं। टेस्ट में उनका सर्वाधिक स्कोर 199 है जो उन्होंने सेनवेस पार्क मैदान में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ बनाया था। भले ही ये शानदार पारी उन्होंने एक कमज़ोर टीम के ख़िलाफ़ खेली थी। फ़िर भी ये दिखाता है कि एल्गर के अंदर हालात से लड़ने की क्षमता कितनी ज़्यादा है। एल्गर ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 4 मैचों में 291 रन बनाए थे, जिसमें 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं।
#4 चेतेश्वर पुजारा
पिछले 15 महीनों में टीम इंडिया का कोई बल्लेबाज़ अगर लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा है तो वो है चेतेश्वर पुजारा। भारतीय उपमहाद्वीप के हालात में वो टीम के लिए रन मशीन साबित हुए हैं। वो भारत के लिए तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आते हैं, उनके अंदर रन बनाने की क्षमता इस कदर है कि वो विपक्षी टीम की सांस तक रोक देते हैं। हांलाकि उनका असली इम्तिहान तो तब होगा जब वो भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर खेलने जाएंगे। उनके पास बल्लेबाज़ी का वो हुनर है जो शायद मौजूदा दौर के किसी क्रिकेटर में नहीं है। सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज़ ने 11 मैच में 18 पारियां खेली हैं और 67.05 की औसत से 1,140 रन बनाए हैं। उनके अंदर रन बनाने की भूख काफ़ी ज्यादा है इसका पता इस बात से चलता है कि उन्होंने इस साल 4 शतक और 5 अर्धशतक बनाए हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर 202 रन रहा है। उन्होंने साबित किया है कि वो टीम के लिए कितने अहम हैं।
#3 नैथन लॉयन
शायद शेन वॉर्न के संन्यास के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी कंगारू स्पिनर ने पूरे ऑस्ट्रेलिया का ध्यान अपनी तरफ़ ख़ींचा हो। नैथन लॉयन जब टेस्ट टीम में शामिल हुए थे तो उनको कमतर आंका जा रहा था। उन्होंने अपने हुनर और गेंदबाज़ी की क्षमता से क्रिकेट की दुनिया में अपना नाम कमाया है। वो इस साल सबसे ज़्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट पर जो छाप पिछले एक साल में छोड़ी है, इससे साबित होता है कि वो ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ी के बादशाह हैं। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ जारी एशेज़ टेस्ट सीरीज़ में वो शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। जब मैच को बचाने की ज़रूरत पड़ती है तो नाथन लियोन का नाम सबसे पहले ज़ुबान पर आता है। साल 2017 की एशेज़ सीरीज़ से पहले लियोन ने 10 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंनो 19 पारियों में 22.91 की औसत से 60 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान उनका औसत 22.91 रहा था। उन्होंने सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ी तब की थी जब उन्होंने 50 रन देकर 8 विकेट लिए थे।
#2 विराट कोहली
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की जितनी तारीफ़ की जाए वो कम है, उन्होंने इस साल बेहतरीन प्रदर्शन किया और लगातार टेस्ट मैच में रन बनाए हैं। कहा जाता है कि टेस्ट में रन बनाना काफ़ी मुश्किल होता है, लेकिन कोहली के लिए आसान सा नज़र आता है। अगर पिछले 1 साल में टीम इंडिया ने टेस्ट में जो दबदबा बनाया है उसमें विराट कोहली के रन का बहुत योगदान है। जितनी आसानी से कोहली रन बनाते हैं वो क़ाबिल-ए-तारीफ़ है। उन्होंने 10 मैच की 16 पारियों में शानदार 1,059 बनाए हैं, उनके बल्लेबाज़ी का औसत 75.64 है। इस दौरान उन्होंने 5 शतक और 1 अर्धशतक लगाए हैं, इसके अलावा बतौर कप्तान उन्होंने 3 दोहरा शतक लगाया हैं। उन्होंने ब्रायन लारा का भी रिकॉर्ड तोड़ा है, लारा ने बतौर कप्तान 5 दोहरा शतक बनाया है और विराट कोहली ने 6।
#1 स्टीव स्मिथ
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीवन स्मिथ फ़िलहाल टेस्ट क्रिकेट के बेताज बादशाह बन गए हैं। उन्होंने टेस्ट में अपनी बल्लेबाज़ी को एक नई ऊंचाई दी है। जब तक स्मिथ पिच पर रहते हैं विपक्षी टीम पर दबदबा बरक़रार रहता है, उन्हें रन बनाने से रोक पाना किसी भी गेंदबाज़ के लिए नामुमकिन सा होता और उन्हें आउट करना तो किसी सपने से कम नहीं है। उनकी बल्लेबाज़ी की शैली गैर पारंपरिक है, वो जब बैटिंग करते हैं तो बने बनाए तरीके को न मानते हुए अपने ही अलग अंदाज़ से खेलते हैं। ये उनकी बल्लेबाज़ी का ही करिश्मा है जो ऑस्ट्रेलियाई टीम ने तीसरे ही टेस्ट मैच में एशेज़ सीरीज़ में अपराजेय बढ़त हासिल कर ली है। उम्मीद है कि वो इस साल के आख़िर तक 2017 में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ बन जाएंगे। उन्होंने 1 साल में 10 टेस्ट मैच खेले हैं जिसकी 18 पारियों में 70.43 की औसत से 1,127 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 5 शतक और 2 अर्धशतक लगाए हैं। उन्होंने एशेज़ सीरीज़ के दौरान पर्थ में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ एक पारी में 239 रन बनाए थे। साल 2017 के लिए वो ‘आईसीसी टेस्ट क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर’ अवॉर्ड के सबसे मज़बूत दावेदार हैं। लेखक – मनीष पाठक अनुवादक – शारिक़ुल होदा