#3 नैथन लॉयन
शायद शेन वॉर्न के संन्यास के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी कंगारू स्पिनर ने पूरे ऑस्ट्रेलिया का ध्यान अपनी तरफ़ ख़ींचा हो। नैथन लॉयन जब टेस्ट टीम में शामिल हुए थे तो उनको कमतर आंका जा रहा था। उन्होंने अपने हुनर और गेंदबाज़ी की क्षमता से क्रिकेट की दुनिया में अपना नाम कमाया है। वो इस साल सबसे ज़्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट पर जो छाप पिछले एक साल में छोड़ी है, इससे साबित होता है कि वो ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ी के बादशाह हैं। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ जारी एशेज़ टेस्ट सीरीज़ में वो शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। जब मैच को बचाने की ज़रूरत पड़ती है तो नाथन लियोन का नाम सबसे पहले ज़ुबान पर आता है। साल 2017 की एशेज़ सीरीज़ से पहले लियोन ने 10 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंनो 19 पारियों में 22.91 की औसत से 60 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान उनका औसत 22.91 रहा था। उन्होंने सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ी तब की थी जब उन्होंने 50 रन देकर 8 विकेट लिए थे।